महाविद्यालय में स्वीप के अंतर्गत विविध कार्यक्रम का हुआ आयोजन
पामगढ़ :- संत शिरोमणि गुरुघासीदास महाविद्यालय पामगढ़ के राष्ट्रीय सेवा योजना एवं जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर जिला- जांजगीर चापा(छ.ग.) के निर्देशन में जिला स्वीप नोडल अधिकारी के मार्गदर्शन में स्वीप गतिविधि के तहत “युवा शक्ति मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदाताओं को सशक्त बनाना” विषय पर आज महाविद्यालय में कार्यक्रम अधिकारी, शिक्षक शिक्षिकाओं एवं छात्र छात्राओं के द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया एवं छात्र-छात्राओं को मताधिकार के प्रति जागरूक किया गया। मतदान एक महत्वपूर्ण नागरिक कर्तव्य है जो हमारे देश के भविष्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। मतदान राजनेताओं को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह बनाए रखने में मदद करता है और हमारे लोकतंत्र के लिए रूपरेखा तैयार करता है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय के संस्थापक डॉ. राजाराम बनर्जी सर-श्रीमती शकुंतला बनर्जी, मुख्य अतिथि के रूप में संस्था के सचिव श्रीमती उषा दिब्य-पी.के. दिब्य, संस्थापक सदस्य श्रीमती नमिता जीत राय मैडम, के. जे. राय सर(सहा. प्राध्यापक समाजशास्त्र) महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. मनोज पाण्डेय उपस्थित थे। कार्यक्रम के उद्बोधन में संस्था के संचालक बनर्जी सर ने यह बताया गया कि चुनाव में प्रत्येक बालिग अपनी इच्छानुसार अपने मत (वोट) का प्रयोग करके इच्छित व्यक्ति को जीता और अनिच्छित को पराजित करके सत्ता से हटा सकता है। पहले मतदाता की पात्रता आयु 21 वर्ष थी, लेकिन 1988 में इसे 18 वर्ष तक घटा दिया गया गया था। इस बदलाव को शामिल किया गया क्योंकि दुनिया भर में कई देशों ने आधिकारिक मतदान उम्र के रूप में 18 वर्ष की सीमा को अपनाया था। उसी समय भारतीय युवा साक्षर और राजनैतिक रूप से जागरूक हो रहा था। 61वें विधेयक संशोधन, 1998 ने भारत में मतदाता की पात्रता उम्र कम कर दिया। सभी अतिथियों ने शत प्रतिशत मतदान करने हेतु मतदाताओं को प्रेरित एवं जागरूक करने का संदेश दिया। साथ ही इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि बहुत से लोग मतदान करना चाहते हैं, लेकिन बहुत से लोगों को इसकी आवश्यकता और इसे डालने के तरीके के बारे में जानकारी नहीं होती है। यहीं पर मतदान जागरूकता काम आती है। मतदान जागरूकता का विचार लोगों को मतदान के महत्व को समझने में मदद करना है। मतदाताओं के लिए अपनी सरकार को नियंत्रित करने के लिए मतदान एक महत्वपूर्ण तरीका है। यह नागरिकों के लिए मतदान के बारे में जागरूकता बढ़ाकर यह व्यक्त करने का एक तरीका है कि वे अपने नेताओं से क्या चाहते हैं। इससे बेहतर शासन मिलेगा और हर कोई चाहता है कि एक ऐसा लोकतंत्र जो स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रतिनिधित्वपूर्ण हो। उद्बोधन के दौरान के.जे. राय सर ने महाविद्यालय के बच्चों को मतदाता जागरूकता के प्रति स्वयं जागरूक होने एवं आस-पास के लोगों को जागरूक करने हेतु शपथ दिलाया।
मतदाता जागरूकता से संबंधित निबंध लेखन, स्लोगन लेखन, नारा निर्माण, रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन एवं समूह चर्चा, संकल्प पत्र का वाचन एवं शपथ पत्र का वाचन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त संकाय के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रतिभागी छात्र छात्राओं में प्रथम,द्वितीय,तृतीय स्थान प्राप्त छात्र छात्राओं को पुरस्कार से सम्मानित किया गया एवं अन्य स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. मनोज पाण्डेय, उप प्राचार्य के.जे.राय सर के साथ सुरेन्द्र भार्गव, अनिल कुमार भारद्वाज, सी. एल. सूर्यवंशी, महेन्द्र बघेल, सुनील कौशिक, दोपेंद्र कौशिक, पुष्पेन्द्र कुमार, सचिन पटेल, प्रदीप सूर्यवंशी, जय सर एवं पुष्पलता कुरासी, इशिका सोनी, सुमन भार्गव मैम के साथ भारी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सराहनीय रहा।