विज्ञान एवं कला महाविद्यालय पामगढ में रासेयो ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस, हमारी भूमि हमारा भविष्य के थीम पर किया गया पौध रोपण

पामगढ़ :- चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय पामगढ़ के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा बुधवार 5 जून को महाविद्यालय परिसर में ’विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर पौधरोपण, परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग रिसर्च संस्थान नागपुर के निदेशक डाॅ अतुल एन वैद्य ने अपने ऑनलाइन संदेश में कहा कि इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस का विषय है हमारी भूमि हमारा भविष्य। भूमि हमारे पास सबसे मूल्यवान संसाधन है और यह अन्य संसाधनों जैसे पानी, खनिज और खाद्य पदार्थों का भी स्रोत है। यदि हम इसका ध्यान नहीं रखते हैं, तो हम मरुस्थलीकरण और विलुप्ति का भविष्य देखते हैं। हम सभी को भूमि का ध्यान रखना, संरक्षित करना और पुनर्स्थापित करना आवश्यक है और इसमें प्रत्येक व्यक्ति का योगदान आवश्यक है। इन प्रयासों में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुझे पूरा विश्वास है कि चैतन्य विज्ञान और कला महाविद्यालय, पामगढ़, के निदेशक वीरेंद्र तिवारी और प्राचार्य डॉ. वी.के. गुप्ता के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ की निर्मल स्थिति में भूमि संसाधनों को बचाने के लिए अपनी पूरी क्षमता से योगदान देंगे। सभा को संबोधित करते हुए संस्था के संचालक वीरेंद्र तिवारी ने विश्व पर्यावरण दिवस के महत्व और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित किया। श्री तिवारी ने हरित पहल को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज के चल रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला और छात्रों और संकाय सदस्यों को अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण हितैषी अभ्यासों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ.वी के गुप्ता, संस्था के प्राचार्य ने पर्यावरण संरक्षण में शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से जागरूकता एवं प्रभावशाली कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की आवश्यकता पर बल दिया । उन्होंने इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस की थीम के महत्व और वर्तमान वैश्विक पर्यावरण परिदृश्य में इसकी प्रासंगिकता के बारे में विस्तार से बताया। प्राचार्य ने इस तरह के सार्थक आयोजन के लिए महाविद्यालय के रासेयो इकाई एवं इको क्लब के प्रयासों की भी सराहना की और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालने में महाविद्यालय की सक्रिय भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था के आईक्यूएसी प्रभारी वरिष्ठ प्रोफेसर विवेक जोगलेकर ने पर्यावरण संरक्षण के वैज्ञानिक पहलुओं और स्थायी समाधान खोजने में अनुसंधान की भूमिका पर चर्चा की। विज्ञान विभाग की प्रमुख प्रोफेसर श्रीमती शुभदा जोगलेकर अपने वक्तव्य में कहा कि हमें पर्यावरणीय उत्तरदायित्व के सामाजिक और नैतिक आयामों पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने सभी से वैश्विक स्तर पर सोचने और स्थानीय स्तर पर कार्य करने का आग्रह किया। वरिष्ठ प्राध्यापक अशोेक सिंह यादव ने कॉलेज द्वारा शुरू की गई विभिन्न सफल पर्यावरण परियोजनाओं और पर्यावरण पहल में निरंतर नवाचार और सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेते वृक्षारोपण भी किया गया । महाविद्यालय के संचालक, प्राचार्य और वरिष्ठ प्राध्यापकों द्वारा महाविद्यालय के बगीचे में फलदार एव छायादार पौधों का रोपण किया गाय। वृक्षारोपण गतिविधि में छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही, जिन्होंने परिसर को हरा-भरा बनाने में योगदान देते हुए विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधें लगाए। कार्यक्रम का समापन रासेयो के कार्यक्रम प्रभारी संजय बघेल के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त स्टाफ सहित, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवक व अन्य छात्र छात्राएं उपस्थित थे।