
समाज कल्याण विभाग की अनुदान राशि पर उठे सवाल, सरायपाली की ‘उड़ान’ संस्था को अनुदान देने की मांग, लिखित और मौखिक जवाब में अंतर पर विधायक ने जताई आपत्ति
सरायपाली, 18 जुलाई। विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन सरायपाली विधायक चातुरी नंद के तारांकित प्रश्न पर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े उस समय असहज हो गईं जब उनके मौखिक और लिखित जवाबों में बड़ा अंतर सामने आया। मामला महासमुंद जिले को समाज कल्याण विभाग द्वारा दी गई अनुदान राशि से जुड़ा है।
विधायक चातुरी नंद ने सदन में फार्चून फाउंडेशन को दी गई अनुदान राशि का ब्यौरा मांगा। लिखित जवाब में मंत्री ने बताया कि संस्था को 2023-24 में 21.59 लाख, 2024-25 में 11.65 लाख, 2025-26 में 10 लाख और अनुदान देयक के रूप में 11.67 लाख रुपये दिए गए। लेकिन मौखिक जवाब में उन्होंने 2023-24 के लिए 23.59 लाख रुपये बताकर भ्रम की स्थिति पैदा कर दी।
इस विरोधाभास पर आपत्ति जताते हुए विधायक नंद ने अफसरों द्वारा गलत जानकारी दिए जाने की जांच की मांग की। साथ ही संस्था को स्वीकृत राशि और उसके उपयोग की विस्तृत जानकारी भी मांगी, जिस पर मंत्री ने पृथक से सूचना उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
विधायक चातुरी नंद ने मंत्री से सरायपाली की सेवाभावी संस्था ‘उड़ान’ को भी अनुदान देने की मांग की, जिसे मंत्री ने शीघ्र स्वीकृति का आश्वासन दिया।
मीडिया को जारी बयान में विधायक चातुरी नंद ने कहा कि समाज कल्याण विभाग में अनुदान वितरण में भारी गड़बड़ी है। सेवाभाव से काम कर रही संस्थाओं को दरकिनार कर चहेते एनजीओ को लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने विभाग में पारदर्शी व्यवस्था लागू करने की मांग की ताकि पात्र संस्थाओं को समय पर सहयोग मिल सके।
उन्होंने यह भी बताया कि जिले की कई संस्थाओं ने विधिवत प्रक्रिया पूरी कर ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अनुदान स्वीकृति वर्षों से लंबित है। इससे सामाजिक कार्यों में अड़चनें आ रही हैं।
विधायक चातुरी नंद लगातार जनहित से जुड़े मुद्दों को विधानसभा में मुखरता से उठा रही हैं। मानसून सत्र में भी उन्होंने समाज और क्षेत्र से जुड़े गंभीर विषयों को प्रभावी ढंग से उठाकर जनता की आवाज को मजबूती दी है।