
नई दिल्ली – कल से साबरमती नदी के किनारे कांग्रेस का दो दिवसीय अधिवेशन होने जा रहा है 64 साल बाद यह पहला मौका है जब गुजरात (Gujrat) में अधिवेशन होगा।कल यानी 8 और 9 अप्रैल के दौरान अहमदाबाद के सरदार मेमोरियल, गांधी आश्रम और साबरमती के तट पर कांग्रेस का अधिवेशन आयोजित किया जाएगा. साल 1924 के बेलगाम अधिवेशन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे इसके 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर कांग्रेस उनकी भूमि गुजरात में अधिवेशन आयोजित करने जा रही है।
कांग्रेस के इस दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरुआत 8 अप्रैल को होगी जिसे ‘न्याय पथ’ नाम दिया गया है. इस अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे।
साल 1961 के बाद यानी 64 साल के बाद ये पहला मौका है जब गुजरात में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है कांग्रेस के अधिवेशन में 3 हजार से ज्यादा नेताओं के शामिल होने की उम्मीद कांग्रेस की ओर से जताई गई है गुजरात महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्मभूमि है और ये दोनों ही कांग्रेस से जुड़े रहे हैं कांग्रेस अपने इन कद्दावर नेताओं की विरासत को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने दो दिवसीय आयोजन की रूपरेखा तैयार की है।
जानकारी के अनुसार कल 8 अप्रैल को दिन में 11 बजे से दो दिवसीय अधिवेशन की शुरुआत होगी अधिवेशन में कई राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित होंगे जिससे आने वाले समय के लिए पार्टी की सियासी दिशा तय होगी राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन कांग्रेस नेताओं के गांधी आश्रम जाने का भी कार्यक्रम है इसके बाद शाम 5 बजे कांग्रेस के नेता गांधी आश्रम जाएंगे और वहां भजन-कीर्तन में भी शामिल होंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर कहा कि इसे न्याय पथ नाम दिया गया है कांग्रेस न्याय के रास्ते पर चलेगी और जनता का समर्थन हासिल करेगी उन्होंने ये भी कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने आजादी के लिए मेहनत की थी, उसी तरह से गुजरात में पार्टी मेहनत करेगी और सत्ता में वापसी करेगी।