छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती शहला निगार की अध्यक्षता में रबी 2024-25 की समीक्षा एवं खरीफ 2025 के कार्यक्रम निर्धारण की संभागीय बैठक की गई आयोजित

दलहन-तिलहन, लघु धान्य फसलों तथा अन्य लाभकारी फसल लेने किसानों को प्रोत्साहित करने कहा

खरीफ सीजन में किसानों को खाद एवं बीज की ना हो कमी – कृषि उत्पादन आयुक्त

खरीफ सीजन में समय के पहले ही खाद एवं बीज का अग्रिम उठाव करना सुनिश्चित करने के दिए निर्देश 

जांजगीर-चांपा 24 अप्रैल 2025/ कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती शहला निगार की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत सभाकक्ष जांजगीर-चांपा में रबी 2024-25 की समीक्षा एवं खरीफ 2025 का कार्यक्रम निर्धारण की संभागीय बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर संचालक उद्यानिकी श्री एस जगदीशन, संचालक पशुधन विकास श्री चन्द्रकांत वर्मा, जांजगीर-चांपा क्लेक्टर श्री जन्मेजय महोबे, मुंगेली कलेक्टर श्री कुंदन कुमार, कोरबा कलेक्टर श्री अजित बसंत, सक्ती कलेक्टर श्री अमृत विकास तोपनो, सारंगढ़-बिलाईगढ़ कलेक्टर श्री संजय कन्नौजे, गौरेला पेंड्रा मरवाही श्रीमती लीना कमलेश मंडावी सहित सभी जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, पंजीयक सहकारी संस्थाएं, प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड, प्रबंध संचालक मार्कफेड, प्रबंध संचालक बीज प्रमाणीकरण संस्था, संचालक मत्स्य पालन विभाग, क्षेत्रीय प्रबंधक नाबार्ड, प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती शहला निगार ने ग्रीष्मकालीन धान का रकबा कम करने एवं दलहन-तिलहन, लघु धान्य फसलों तथा अन्य लाभकारी फसल लेने किसानों को प्रोत्साहित करने कहा। उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन में खाद एवं बीज की कमी नहीं होना चाहिए। इसके लिए लगातार साप्ताहिक समीक्षा करें तथा सतत निगरानी करें। साथ ही समय के पहले ही खाद एवं बीज का अग्रिम उठाव करना सुनिश्चित करें। धान के बदले दलहन-तिलहन, मक्का, केला जैसे कम पानी की खपत वाले फसलों को लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि नेशनल मिशन ऑन इडिबल आईल, नेचुरल फार्मिंग जिलो में संचालित है। जैविक कृषि के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से कार्य किया जा रहा है।

कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती शहला निगार ने कहा कि खरीफ सीजन में डीएपी, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, नैनो युरिया जैसे उर्वरक की आपूर्ति होते रहे। बीज वितरण करने के पहले बीज की गुणवत्ता का परीक्षण अवश्य कराएं। अल्पकालीन ऋण अंतर्गत धान की फसल के साथ ही अन्य फसलों के लिए पर्याप्त ऋण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अंतर्गत किसानों को शत-प्रतिशत लाभान्वित कराने का प्रयास करें। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती शहला निगार ने पशुधन विकास विभाग अंतर्गत कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से पशु नस्ल सुधार, पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत टीकाकरण की गुणवत्ता का आंकलन, केसीसी के अंतर्गत बैंक प्रकरण की स्वीकृति एवं राशि वितरण तथा मत्स्य पालन विभाग, उद्यानिकी विभाग अंतर्गत संबंधित योजना के संबंध में चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बिलासपुर संभाग के सभी जिले के कलेक्टरों ने अपने जिले के खरीफ में किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी।

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