रियल एस्टेट कारोबारियों पर लाठीचार्ज के विरोध में विधायक देवेंद्र यादव भूख हड़ताल पर, गाइडलाइन दर बढ़ोतरी वापस लेने की मांग

दुर्ग, 4 दिसंबर 25। छत्तीसगढ़ में जमीन की गाइडलाइन दरों एवं रजिस्ट्री शुल्क में की गई रिकॉर्ड बढ़ोतरी को लेकर रियल एस्टेट कारोबारियों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए लाठीचार्ज का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस प्रवक्ता एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव आज दुर्ग में गांधी पुतला के पास एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे।
विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि सरकार को जमीन की गाइडलाइन दरों में की गई बेतहाशा वृद्धि का फैसला तत्काल वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक आम जनता और कारोबारियों को न्याय नहीं मिलता, उनकी लड़ाई जारी रहेगी। इस विरोध कार्यक्रम में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में रियल एस्टेट कारोबारी उपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा घोषित नई गाइडलाइन दरों में 800 प्रतिशत तक की वृद्धि से रियल एस्टेट कारोबार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इससे न केवल आम लोगों के लिए जमीन खरीदना मुश्किल हो गया है, बल्कि लंबे समय से जमीन रजिस्ट्री के कार्य में भी भारी गिरावट देखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 1 दिसंबर को रियल एस्टेट कारोबारी अपनी मांगों को लेकर पटेल चौक में धरना-प्रदर्शन कर रहे थे, इसी दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। इस घटना में 6 पुलिसकर्मी एवं 2 प्रदर्शनकारी घायल हुए थे, जबकि 8 लोगों को आरोपी बनाकर गिरफ्तार भी किया गया था।
बड़े कारोबारियों को लाभ पहुंचाने बनाई गई नीति – देवेंद्र यादव
पुलिसिया कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुए विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि गाइडलाइन दरों में की गई अत्यधिक बढ़ोतरी सीधे तौर पर गरीब एवं मध्यम वर्ग पर हमला है। सरकार की नीतियां छोटे भूखंडों की रजिस्ट्री रोकने और बड़े कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बनाई गई प्रतीत होती हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि सरकार को यह निर्णय वापस लेना ही होगा, अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जाएगा।




