
पामगढ़, 01 जुलाई 2025। शिक्षक साझा मंच के बैनर तले पामगढ़ में शिक्षकों ने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। क्रमोन्नत वेतनमान का जनरल आदेश जारी करने, वर्ष 2008 का सेटअप लागू करने, नियुक्ति तिथि से पूर्ण पेंशन का लाभ देने और पदोन्नति में डी.एड. को मान्यता देने जैसी मांगों को लेकर भारी संख्या में शिक्षक सड़कों पर उतरे। ब्लॉक मुख्यालय में धरना देकर रैली निकाली गई और अंत में तहसीलदार पामगढ़ को ज्ञापन सौंपा गया।
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व ब्लॉक संचालक अजय मधुकर ने किया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि वर्तमान सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में “मोदी की गारंटी” के तहत एलबी संवर्ग के सभी शिक्षकों को क्रमोन्नत वेतनमान देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के लगभग दो साल बाद भी यह वादा अधूरा है। उल्टा युक्तियुक्तकरण के नाम पर राज्य की 10 हजार से अधिक शालाओं को बंद कर दिया गया, जिससे लगभग 50 हजार शिक्षकों के पद खत्म हो गए हैं।
शिक्षकों की मुख्य मांगें:
- क्रमोन्नत वेतनमान का जनरल आदेश तत्काल जारी किया जाए
- 2008 का सेटअप सभी पर लागू हो
- नियुक्ति तिथि से पूर्ण पेंशन का लाभ दिया जाए
- पदोन्नति में डी.एड. को मान्यता मिले
शिक्षकों ने कहा कि सरकार द्वारा सेवा गणना 2018 से करना और 2022 से पुरानी पेंशन लागू करना अन्यायपूर्ण है। इसे लेकर पूरे प्रदेश के शिक्षकों में गहरा आक्रोश है।
प्रदर्शन में डा. कुंज किशोर, मनोज साहू, राम विश्वास सोनकर, महेंद्र कुमार दिव्य, प्रवचन खूंटे, संजय महीपाल, योगेश्वर साहू, संतराम जोशी, जोइधाराम ताम्रकार समेत सैकड़ों शिक्षकों ने भाग लिया।
यह विरोध प्रदर्शन शिक्षकों की एकजुटता और सरकार से जवाबदेही की स्पष्ट मांग का प्रतीक बन गया है। यदि समय रहते मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन को और उग्र रूप देने की चेतावनी दी गई है।