कृषि अधोसंरचना विकास मद उपयोगिता कार्यशाला कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित
जांजगीर-चांपा :- कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार अग्रणी बैंक जिला जांजगीर चांपा, नाबार्ड व एवं कृषि विज्ञान केंद्र जांजगीर चांपा के संयुक्त तत्वधान में एक दिवसीय कृषि अधोसंरचना विकास मद के उपयोग के संबंध में कार्यशाला का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र में किया गया।
कार्यक्रम में नाबार्ड के प्रबंधक अंकित पाल द्वारा कृषि अधोसंरचना विकास मद में भारत सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के अनुदान योजनाओं जैसे कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापना, गोदाम निर्माण, कृषि यंत्रों की खरीदी, कोल्ड स्टोरेज निर्माण, सेरीकल्चर मशरूम उत्पादन व अनाज एवं दलहन तथा तिलहन फसलों का प्रारंभिक प्रसंस्करण आदि में नियमानुसार प्रदाय किए जाने वाले अनुदान की विस्तार से जानकारी दी। अग्रणी बैंक के प्रबंधक द्वारा कृषकों को अनुदान के लाभ दिलवाने हेतु जिले के समस्त कृषकों को के.वाई.सी. सत्यापन के साथ डी.बी.टी अनिवार्य रूप से करवाने की बात कही। सभी बैंकों के प्रतिनिधि प्रबंधकों व कृषिको से भी अपील की गई कि डी.बी.टी समय पर न करने से कृषक योजना के लाभ से वंचित रह जाएंगे।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. राजीव दीक्षित ने कृषि के विभिन्न प्रकार के अधोसंरचनाओं के विकास हेतु आकलन एवं अधोसंरचना निर्माण हेतु परियोजना तैयार करने के विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में सूक्ष्मतम जानकारी प्रदान किए। कृषि उपज मंडी समिति जांजगीर नैला के अध्यक्ष श्री व्यास कश्यप द्वारा कृषिको को सभी अनुदान एवं ऋण योजनाओं के प्रचार प्रसार हिंदी में करने की बात कही। केंद्र के इंजी. आशुलता ध्रुव ने बड़े कृषि यंत्रों जैसे ट्रैक्टर, थ्रेसर सहित अनेक कृषि यंत्रों की कार्यप्रणाली से अवगत कराया। प्रक्षेत्र प्रबंधक चंद्रशेखर खरे ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिले में खाद एवं उर्वरकों का वैज्ञानिक अनुशंसित मात्राओं का इष्टतम प्रयोग करने की अपील की। कार्यक्रम में एस.बी.आई, सी.जी.बी., पी.एन.बी. , एच.डी.एफ.सी., यूको, बी.ओ.आई. आरसेटी, बंधन बैंक के प्रबंधकों आर.ए.ई.ओ. , एफ.पी.सी. सहित जिले के प्रगतिशील कृषक शिवकुमार तिवारी सहित महिला प्रगतिशील कृषक श्री दुष्यंत सिंह, शिवकुमार तिवारी सहित महिला प्रगतिशील कृषिको पीएफओ कृषक उत्पादक संघ के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में केंद्र के महेश्वरी उपासक, मनीष, जगदीश पटेल का योगदान रहा।