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टीएस बने छत्तीसगढ़ प्रदेश के पहले उपमुख्यमंत्री, बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में टीएस सिंहदेव ने क्या कहां, देखें दिल्ली के बैठक में कौन कौन हुवे शामिल

दिल्ली में करीब तीन घंटे चली बैठक, सामूहिक नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव, हर संभाग के पहुंचे थे नेता

रायपुर :- दिल्ली में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल ने सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की। राज्य गठन के बाद पहली बार किसी नेता को उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में टीएस सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने का कोई सवाल ही नहीं है। कांग्रेस पार्टी स्वयं एक चेहरा है सर्वेक्षणों और मीडिया रिपोटों से हमें बहुत सकारात्मक रिपोर्ट मिल रही है। हमने पिछले साढ़े चार साल में जो किया है, उस पर चुनाव लड़ेंगे 2018 में समूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया, जिसका परिणाम बेहतर आया था। इस साल भी हम समूहिक नेताओं के आधार पर ही चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि इसमें टीम को कोई भी लीड कर सकता है। टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करके बधाई दी। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि हैं तैयार हम, महाराज साहब को उपमुख्यमंत्री के रूप में दायित्व के लिए बधाई और शुभकामनाएं।

इससे पहले दिल्ली में केंद्रीय नेताओं ने विधानसभा के साथ- साथ लोकसभा चुनाव को लेकर मंचन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश के नेताओं के साथ करीब तीन घंटे तक चुनावी तैयारियों को लेकर चर्चा का कांग्रेस के आला नेताओं की मानें तो बैठक में तय किया गया कि राज्य सरकार के कामकाज को लेकर चुनाव लड़ा जाएगा। वर्ष 2018 की तर्ज पर इस चुनाव में भी सामूहिक नेतृत्व रहेगा। साथ ही लोकसभा चुनाव में भूपेश सरकार के मंत्री और वरिष्ठ विधायकों को उम्मीदवार बनाया जाएगा। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ हर संभाग के वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया था। प्रदेश में लोकसभा की 11 सीट है, जिसमें पिछले चुनाव में कांग्रेस की वे सीटो पर जीत दर्ज हुई थी।

बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 20 साल बाद कांग्रेस को जीत मिली है, जबकि कोरबा लोकसभा क्षेत्र में राज्य गठन के बाद हुए तीन चुनाव में कांग्रेस को दो बार 2009 और 2019 में जीत मिली है। इसके अलावा महासमुंद और दुर्ग लोकसभा सीट में एक-एक बार कांग्रेस की जीत मिली है। बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष मरकाम ने कहा कि प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं द्वारा जनता और युवाओं के जीवन में आ रहे बदलावों तथा आगामी चुनाव को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है।

 

दिल्ली में करीब तीन घंटे चली बैठक, सामूहिक नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव, हर संभाग के पहुंचे थे नेता

वरिष्ठ नेताओं के साथ केंद्रीय नेताओं ने किया मंथन

बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा के साथ ही छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, मंत्री ताम्रध्वज साहू, टीएस सिंहदेव, मो. अकबर, कवासी लखमा, जयसिंह अग्रवाल, वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, धनेन्द्र साहू, सह-प्रभारी विजय जागिह, प्रभारी सचिव चंदन यादव और सप्तगिरी उल्का शामिल हुए।

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