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हत्या से पहले संजू की लोकेशन बताने वाला गिरफ्तार: हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता के मर्डर में तीन और पकड़े गए, पिता का दोस्त ही रखता था नजर

बिलासपुर में हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता की हत्या में शामिल तीन और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। संजू की हत्या से पहले कपिल ने अपने पिता जयनारायण त्रिपाठी के दोस्त को मोबाइल दिया था और संजू के आने जाने की जानकारी देने के लिए कहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उससे मोबाइल बरामद किया है। इसके साथ ही केस में कपिल को भागने में मदद करने वाले उसके दो दोस्तों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

संजू त्रिपाठी की हत्या में शामिल छोटा भाई कपिल त्रिपाठी, उसके सहयोगी प्रेम श्रीवास और सुमित निर्मलकर के साथ ही चार अन्य आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं। इनसे पूछताछ करने के बाद हत्या की साजिश परत-दर-परत खुलने लगी है। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि संजू के पिता जयनारायण त्रिपाठी का दोस्त रमेश राजपूत (55) पिता कुंअर सिंह सिविल लाइन क्षेत्र के 27 खोली में रहता है। संजू और कपिल उसे चाचा बोलते थे। पिता जयनारायण के कारण वह कपिल का करीबी हो गया था। कपिल ने संजू त्रिपाठी की हत्या से पहले उसे एक मोबाइल फोन दिया था और संजू की रैकी कर उसके आने-जाने की जानकारी देने के लिए कहा था।

बकरा पार्टी से जल्दी निकल गया था संजू
14 दिसंबर घटना के दिन संजू त्रिपाठी ने सांवाताल के अपने फार्म हाउस में बकरा पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें गांव वालों को बुलाया था। लेकिन, उस दिन संजू बकरा कटवाकर कच्चा मटन लेकर जल्दी घर जाने के लिए निकल गया। उसने अपनी पत्नी से बोला भी था कि वह मटन लेकर घर आ रहा है और रास्ते में उसकी हत्या हो गई। संजू के फार्म हाउस में रमेश भी मौजूद था। उसने ही कपिल को बताया कि वह अकेले फार्म हाउस आया है। यहां तक उसने संजू के जल्दी जाने की सूचना भी कपिल को दी थी। पुलिस का कहना है कि संजू की हत्या में रमेश राजपूत की भूमिका होने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया है।

दिल्ली से गिरफ्तार कपिल के जीजा व अन्य आरोपियों से की जा रही पूछताछ।
दिल्ली से गिरफ्तार कपिल के जीजा व अन्य आरोपियों से की जा रही पूछताछ।

भागने में मदद करने वाले दो आरोपी भी गिरफ्तार
संजू त्रिपाठी की हत्या के बाद कपिल ने अपनी पत्नी सुतित्रा त्रिपाठी को फोन किया और अपना बैग तैयार कर रिंकू नाम के गार्ड को देने के लिए बोला। अपने घर पहुंचने के बाद उसने फोन कर दोस्त और जमीन व्यवसाय के पार्टनर केदार सिंह को फोन कर बुलाया। इसके बाद केदार सिंह ने अपनी एक्टिवा में बैठाकर कपिल को चकरभाठा रोड स्थित KIA शो रूम के पास लेकर गया। वहां से उसने अपने दोस्त रवि सिंह ठाकुर को बुलाया और उसकी थार गाड़ी में कपिल और केदार सिंह रायपुर जाने के लिए निकल गए। केदार सिंह के साथ ही रवि सिंह को भी पता था कि कपिल त्रिपाठी ने अपने भाई संजू त्रिपाठी की हत्या कराई है और वह भाग रहा है। फिर भी दोनों ने भागने में उसकी मदद की और रायपुर में उसे मध्यप्रदेश पासिंग की गाड़ी में बैठाया। संजू की हत्या के आरोपी को भागने में मदद करने के आरोप में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है।

14 दिसंबर को गोली मारकर की गई थी संजू की हत्या।
14 दिसंबर को गोली मारकर की गई थी संजू की हत्या।

केदार के मोबाइल से पिता और दोस्त से की बात
इस दौरान कपिल ने अपना मोबाइल बंद कर दिया था। लेकिन, वह केदार सिंह के मोबाइल पर लगातार अपने पिता और दोस्त सुमित निर्मलकर से बात कर रहा था। उन्हें यह भी पता चल गया था कि पुलिस उनकी तलाश कर रही है। यही वजह है कि उसने कपिल को भिलाई छोड़ने से पहले रास्ते में मध्यप्रदेश पासिंग की गाड़ी में बैठा दिया। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपी केदार सिंह और रवि सिंह अपने आप को बेकसूर साबित करने की कोशिश करते रहे। जिसके कारण पुलिस ने उन्हें पहले छोड़ दिया था। लेकिन, कपिल के बयान के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर एक्टिवा और मोबाइल को जब्त कर लिया है।

बड़ी-बडी जमीनों की डील करते थे संजू और कपिल

दैनिक भास्कर की पड़ताल में पता चला है कि अनूपपुर-शहडोल जेल से छूटकर आने के बाद संजू और कपिल त्रिपाठी का शहर में आतंक और बढ़ गया। रंगदारी, गुंडागर्दी कर जमीन खाली कराने और सूदखोरी जैसे काम दोनों भाई साथ मिलकर करते थे। दोनों शहर की विवादित जमीनों का सौदा कराते और लाखों रुपए की कमाई करने लगे थे।

कारोबार में हस्तक्षेप और वर्चस्व की लड़ाई से बढ़ी दूरियां

संजू त्रिपाठी से शहर के कारोबारियों से भी व्यापारिक संबंध था। दरअसल, वह कारोबारियों को संरक्षण देने के नाम पर डील करता था और उनसे एग्रीमेंट करा लेता था। शहर के एक चर्चित मोबाइल कारोबारी से भी संजू त्रिपाठी के बीच लेनदेन को लेकर विवाद था। संजू के साथ मिलकर काम करते-करते उसका कारोबार बंद हो गया। लेकिन, उसकी आड़ में संजू ने लाखों की कमाई की। इसी दौरान उसका भाई कपिल त्रिपाठी भी अपना अलग डील करने लगा था। ऐसे में संजू को लगा कि वह उसके कारोबार में हस्तक्षेप कर रहा है और उसके वर्चस्व को कम करना चाहता है। यहीं से उनके बीच मनमुटाव शुरू हुआ और फिर दूरियां बढ़ने लगी।

दोनों भाइयों के बीच दोस्ती से दुश्मनी

जयनारायण संजू के अत्याचार के कारण अपने छोटे बेटे कपिल को ज्यादा चाहता था। उसने अपनी कुछ जमीनों को कपिल के नाम करने की बात की। इससे संजू चिढ़ गया। कपिल अब अलग जमीनों का काम और रंगदारी कर रहा था। उसने घुरू-अमेरी इलाके में अपना मकान बना लिया था। अपने लोग बना लिए थे। इससे भी संजू चिढ़ने लगा। मई से पहले एक जमीन में दोनों भाई आमने-सामने हो गए। यह विवाद गहरा गया। इसी मामले में समझौता करने संजू ने कपिल को घर बुलाया और उसके सिर पर फरसा मार दिया। इसके बाद दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए। जयनारायण और परिवार के लोग कपिल की ओर थे।

शूटर्स ने संजू के शरीर में दागी 10 गोलियां

गुरुवार को संजू त्रिपाठी के शव का सिम्स में पोस्टमॉर्टम किया गया। इससे पहले उसके शरीर से गोली निकालने के लिए एक्स-रे किया गया। एक्सरे के बाद उसके शरीर से चार गोलियां निकाली गई। एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि संजू के शरीर में 10 गोलियां दागी गई थी, जिसमें से चार गोलियां ही निकाली जा सकी। एक्सरे में पेट में 4 से 5 बुलेट, सीने में 3 से 4 बुलेट, कंधे में एक, सिर व जबड़े में 3 बुलेट दिखी हैं। लेकिन, डॉक्टर काफी प्रयास के बाद गोलियों को नहीं निकाल पाए। उन्होंने बताया कि बॉडी से 7.62 एमएम की बुलेट मिली है, जो पिस्टल से चलाई गई होंगी।

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