विश्वा स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा प्राकृतिक पेंट का किया जा रहा निर्माण गोठानों में संचालित रीपा कार्यक्रम से महिला स्व सहायता समूहों, युवाओं और ग्रामीणों को मिल रहा रोजगार
जिले में अब तक किया जा चुका है 1800 लीटर पेंट का निर्माण
जांजगीर-चांपा :- राज्य शासन द्वारा गोधन से बनने वाले प्राकृतिक पेंट के गुणों को देखते हुए प्रदेश में इसके निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके तहत जांजगीर-चांपा जिला अंतर्गत बम्हनीडीह विकासखण्ड के ग्राम अफरीद के आदर्श गौठान में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क योजना के तहत गोबर पेंट निर्माण यूनिट की स्थापना की गई है। यह जिले का पहला प्राकृतिक पेंट निर्माण यूनिट है। इस यूनिट में विश्वा स्व सहायता समूह के द्वारा प्राकृतिक पेंट का निर्माण किया जा रहा है। यहां स्व सहायता समूह की महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर गोबर से पेंट का निर्माण कर रही है। यहां विभिन्न रंगों के पेंट का निर्माण कर शासकीय भवनों की भी रंगाई पुताई इस प्राकृतिक पेंट से की जा रही है।
सहायक विकास विस्तार अधिकारी श्री भरतलाल साहू से प्राप्त जानकारी अनुसार अब तक गौठान में 1800 लीटर प्राकृतिक पेंट का निर्माण किया जा चुका है। जिसकी लागत राशि लगभग 3 लाख रुपये है। निर्मित 1800 लीटर प्राकृतिक पेंट में से 1350 लीटर बिक्री कर 3 लाख 70 हजार रुपये प्राप्त किया जा चुका है। प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी, गोधन न्याय योजना के तहत गोठनों में गोबर से वर्मी कंपोस्ट के साथ-साथ अन्य उत्पादों का निर्माण महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है। जिसमे से एक गौ उत्पाद गोबर से बनाई जा रही गोबर पेंट भी है।
पर्यावरण के अनुकूल है प्राकृतिक पेंट –
गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, पर्यावरण अनुकूल, प्राकृतिक ऊष्मा रोधक, किफायती एवं गंध रहित गुण पाये जाते हैं। गुणों को देखते हुये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समस्त शासकीय भवनों की रंगाई हेतु गोबर से प्रकृतिक पेंट के उपयोग के निर्देश दिये गए हैं।