
मस्तूरी क्षेत्र में पेय जल की भारी समस्या महिलाएं लम्बी दुरी तय करके ला रही पानी प्रधानमंत्री नल जल योजना जल जीवन मिशन मस्तूरी में पूरी तरह से फेल 90% काम आज भी अधूरा क्या कहती हैं केवटाडीह टांगर की जनता ?
महेंद्र सिंह राय मस्तुरी :- ग्राम पंचायत केवटाडीह टांगर में और अन्य ऐसे दर्जनों गांव है जहां अभी गर्मी शुरू भी नहीं हुआ है और पीने की पानी की भारी समस्या देखी जा रही है तालाब नाले सूख गए हैं नालों से पानी निकलना बंद हो गया है गहरे से गहरा बोरवेल भी जवाब दे दिया है आलम यह है कि लोगों को दूर-दूर से पानी लाना पड़ रहा है इससे सबसे ज्यादा समस्या महिलाओं को उठानी पड़ रही है जो कि नदी के पानी पीने व लाने को मजबूर है ताजा मामला पचपेड़ी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत केवटाडीह, टांगर का हैँ जहां गांव में सिर्फ एक दो नल से ही पानी निकल रहा है जिसके सहारे लोगों की जिंदगी चल रही है
बड़ी समस्या देखा जाय तो स्कूल मे मध्यान भोजन संचालित है जो कि नदी की पानी पीने को मजबूर बच्चे माने तो कभी भी डायरिया, दस्त, अनेकों बीमारी को संकेत ( निमंत्रण) दिए जा रहे हैं स्कूल में छोटे छोटे बच्चे पानी के लिए त्राहि त्राहि हो रहे स्कूल मे एक नग हेड पंप बोर खनन की आवश्यक है 8नंग हेड पंप बंद कही पाइप कि कमी तो कही चैन की कमी समय से पहले ग्रामों में पीएच ई विभागो के द्वारा हर एक गांव में समस्या निवारण जैसे योजना चलाकर सुधार कार्य किए सके।
कही भी कुछ टाइम तक पानी निकलता है और फिर सुख जाता है फिर सुबह कुछ टाइम तक पानी निकलता है और सुख जाता है आलम यह है कि लोगों की लंबी-लंबी लाइन पानी भरने के लिए यहां सुबह-सुबह लगी रहती है इस समस्या को लेकर हमने जब लाइन में खड़ी महिलाओं से बात किया तो उन्होंने बताया कि तालाब पूरी तरह से सूख चुका है और एक दो ही नल है जिससे पानी निकल रहा है और पूरे गांव वाले नदी से पानी के लिए ले जा रहे हैं माने तो बीमारी को संकेत दे रहे।
जब हमने प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के तहत बनने वाले पानी टंकी के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि कही टंकी बन रहा तो कही पाइप लाइन बिछा है पर अभी तक ग्राम पंचायत केवटा डीह टांगर में टंकी का काम पूरा हो चुका है पर पाइप लाइन कुछ जगहों पर लगाया गया है अभी बस्ती भर पाइप लाइन लगना बाकी है लग जाएगा तो लोगों की समस्या दूर हो जाएगी करके हम सभी पुरुष, महिलाओं को बहुत उम्मीद थी पर ठेकेदार की लापरवाही की वजह से अभी तक काम अधूरा पड़ा हुआ हैँ ।