“विश्व जल दिवस” पर हसदेव नदी जंगल बचाओ जन जागरूकता सम्मेलन

पामगढ़ :- विगत कई वर्षों से सरकार एवं अडानी की कंपनी राजस्व के लिए कोयले का लगातार खनन कर रही है। और हसदेव के जंगलों की अंधाधुंध कटाई कर रही है । हसदेव जंगल की वजह से ही हसदेव नदी एवं इसकी सहायक नदियों ,नालों में पानी भरता है। अगर यह जंगल उजड़ गया तो राज्य की जनता को सूखे और पानी की भारी समस्या का सामना करना पड़ेगा। इसे बचाने की कड़ी में 22 मार्च को विश्व जल दिवस के अवसर पर सतनाम भवन पामगढ़ में जन जागरूकता सम्मेलन आयोजित की गई।
सम्मेलन में सर्वप्रथम मंचस्थ मुख्य अतिथि प्रीति अजय दिव्य जिला पंचायत सदस्य ,अध्यक्षता डॉ चैतराम देव खटकर वरिष्ठ समाज सेवी ,विशिष्ट अतिथि गौरी छोटू जांगड़े अध्यक्ष नगर पंचायत पामगढ़ ,विनय गुप्ता संयोजक, विशिष्ट अतिथि गण प्रथमेश सविता, दिनेश शर्मा पर्यावरण विद्, राधेश्याम शर्मा, दुर्गेश्वर तिवारी अधिवक्ता, समय दास अविनाशी साहित्यकार ,अभिषेक मिश्रा ,मनोज खरे अधिवक्ता, श्रीमती मिथिलेश ललित बघेल ,इंजीनियर डीआर रात्रे, ठंडाराम गिरी तथा उपस्थित नागरिकों को कार्यक्रम संचालन कर रही विशिष्ट अतिथि पर्यावरण एक्टिविस्ट काजल कसेर द्वारा जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
तत्पश्चात अलग-अलग ग्रामों ,जिलों से पहुंचे लोगों ने जल जंगल के महत्व पर अपने विचार साझा किये। इसी कड़ी में बिलासपुर से पहुंचे हसदेव नदी जंगल बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता प्रथमेश सविता ने हसदेव आंदोलन को पूरे क्षेत्र में विस्तार देने के लिए पामगढ़ सहित आसपास के सभी गांव में संगठन निर्माण की बात कही। ताकि क्षेत्र की पूरी आबादी जो सिंचाई एवं पेयजल के लिए बांगो बांध की नहरों पर निर्भर है ।कोयला खदानों के लिए हसदेव जंगल की कटाई का मुखर विरोध किया जा सके ।जांजगीर से आए पर्यावरण विद् दिनेश शर्मा ने आंकड़ों सहित अपनी बात रखते हुए कहा कि बांध जो अभी 18% सिल्ट से भर चुका है ।हर 20 वर्ष में 10% सिल्ट भरती है ।यदि जंगल कटाई नहीं रोकी गई तो सिल्ट भरने की रफ्तार कई गुना बढ़ जाएगी ।जिस बांध से तीन फसलों के लिए पानी देने का वादा था आज दूसरी फसल के लिए भी पानी देने की सरकार की कोई प्लानिंग नहीं है मैनेजमेंट में कमी है । राधेश्याम शर्मा सहित अतिथियों ने भी अपने विचार रखें।
सभा में उपस्थित नागरिकों ने हसदेव के जंगलों को बचाने के लिए दृढ़ संकल्प लिया। तत्पश्चात रैली निकाल कर कार्यक्रम संपन्न की गई। इस अवसर पर लव तिवारी ,रामनाथ जितपूरे ,डॉ हेमंत कश्यप, केबी यादव, पवन मित्तल, राहुल राय ,मंगल अजगल्ले परदेसी कश्यप, ईश्वर साहू, टिकेश्वर चंद्रा, अजय मिश्रा, खगेश्वर श्रीवास, साहेब लाल यादव, केदारनाथ, शिवम सिंह, भोलाराम यादव, दिले राम साहू, संतोष कुमार साहू, भूरेलाल खन्ना, शोभनाथ कुर्रे, राम प्रसाद मिश्रा, महेश साहू, साधुराम पटेल, उदयालिक राम साहू, कोमल प्रसाद ब्रह्भट्ट सहित सैकड़ों नागरिक उपस्थित थे।