इस सत्र नहीं होगी 21 क्विंटल धान खरीदी? साय कैबिनेट की पहली बैठक में नहीं हुई चर्चा, कांग्रेस नेता ने लगाया वादाखिलाफी का आरोप
रायपुर :- शपथ लेने के बाद छत्तीसगढ़ के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कैबिनेट की बैठक ली। बैठक के दौरान सीएम साय के साथ डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा भी मौजूद रहे। बैठक में 18 लाख आवास और किसानों को पुराने बोनस के भुगतान के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। किसानों को 25 दिसंबर को पुराने बोनस का भुगतान किया जाएगा। लेकिन साय कैबिनेट की पहली बैठक के बाद से प्रदेश में सियासत गरमा गई है।
कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने साय कैबिनेट की पहली बैठक के बाद धान खरीदी के मुद्दे को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। सुशील आनंद ने कहा है कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की बात कही थी। दिसंबर से ही माताओं बहनों को 1 हजार रुपए प्रतिमाह देने की बात कही गई थी। कैबिनेट की पहली बैठक में इनमे से किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई। सरकार बनने के 24 घंटे बाद ही भाजपा ने वादाखिलाफी शुरू कर दी।
बता दें कि चुनाव के दौरान भाजपा ने किसानों से वादा किया था कि सरकार बनने के बाद किसानों से 3100 रुपए की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल की दर से धान खरीदी करेगी। लेकिन साय कैबिनेट की पहली बैठक में धान खरीदी के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। ऐसे में कांग्रेस ही नहीं किसान भी इस बात को लेकर चिंतित हे कि इस सत्र में 21 क्विंटल धान खरीदी की जाएगी या नहीं? ऐसा इसलिए भी है क्योंकि धान खरीदी शुरू हो चुकी है और कई किसान अपना धान भी बेच चुके हैं।
वहीं, साय कैबिनेट के विस्तार को लेकर उन्होंने कहा कि पूर्ण बहुत के बाद भी भाजपा मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर पा रही थी। नए मंत्री मंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है। नई सरकार में वरिष्ठ नेताओ की उपेक्षा की गई है। मुझे नहीं लगता सरकार 5 साल तक चल पाएगी।