भारतरत्न,संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के अस्थि दर्शन कार्यक्रम पामगढ़ की तैयारियां जोरों पर
पामगढ़ :- संविधान निर्माता, भारत रत्न,बोधिसत्व बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की अस्थि कलश जो कि मुंबई के चैत्यभूमि, नागपुर की दीक्षाभूमि एवं पुणे के धम्मचक्र प्रवर्तन महाविहार दापोड़ी में रखी गई है। जिसे मानव समाज को जागृत करने के लिए त्रिरत्न बौद्ध महासंघ छत्तीसगढ़ के प्रयासों से छत्तीसगढ़ में आ रही है।
इसी तारतम्य में पामगढ़ की पावन धरा में पहली बार दिनांक 23 फरवरी 2024, दिन- शुक्रवार को बाबा साहब की अस्थि (कलश) रथ का आगमन आमजन के दर्शन हेतु बलौदाबाजार से ससहा, ससहा से हिर्री मोड़,हिर्री मोड़ से मान्यवर कांशीराम चौक जोरैला/धनगांव मोड़, वहाँ से बाबा साहब की प्रतिमा स्थल भिलौनी,भिलौनी से डोंगाकोहरौद,डोंगाकोहरौद से केसला/रोझनडीह मोड़,वहाँ से बाबा साहब की प्रतिमा स्थल ससहा रोड़ पामगढ़ से होते हुए सद्भावना भवन पामगढ़ में होगा। जगह-जगह पुष्पांजलि अर्पित किया जावेगा साथ ही इस अवसर पर अस्थि दर्शन एवं बौद्धिक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन एससी-एसटी ओबीसी एंड माइनॉरिटी अधिकारी कर्मचारीयों एवं बहुजन सचेतक मंच पामगढ़ के तत्वाधान में किया गया।जिसमें भारी संख्या में बाबा साहब के अनुयायी/अम्बेडकरवादी उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। बाबा साहब के अस्थि कलश के दर्शन हेतु लोगों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की
अपील आयोजकों के द्वारा किया गया है।