जांजगीर कलेक्टर के आदेश का नहीं हो रहा पालन केवल औपचारिकता के लिए भारी वाहन प्रवेश निषेध का लगा है बोर्ड
जिले का सबसे खराब सड़क पामगढ़ से भीलोनी के बीच मे हैं
पामगढ़ :- राजधानी रायपुर को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग डोंगाकोहरौद सड़क की स्थिति तो देखते ही बनती है गांव के बस्ती अंदर की सड़क इतना जर्जर हो चुका है कि उस सड़क से रोज गुजरने वाले राहगीरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है महज 5 किलोमीटर की खराब सड़क राजधानी रायपुर के 130 किलोमीटर का आसान सफर में रोड़ा बना हुआ है।
गांव के किसानों को मुआवजा नहीं मिलने के कारण सड़क का निर्माण नहीं हो पाना भी एक चिंता का विषय बना हुआ हैं ग्रामीणों से बात करने पर पता चला कि उन्हें उनके जमीन का जो मुआवजा राशि है शासन के नियमानुसार विधिवत दिया जाए और रोड का निर्माण कार्य कराया जाए यह उनकी प्रमुख मांग है जिनके कारण रोड बनने में विलंब हो रहा है। और शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिए और उनकी जायज मांगों को पूरा करना चाहिए ताकि सुगम सड़क बनाया जा सके।
पामगढ़ विधायक इंदु बंजारे ने इसके लिए चक्का जाम भी किया था
लेकिन प्रशासन ने आश्वासन देकर चक्का जाम को समाप्त करवाया था और जिसमें 2 किलोमीटर पेंच रिपेयरिंग कर औपचारिकता निभाई गई है, विधायक के चक्का जाम में उन्होंने यह भी कहा था कि जब तक सड़क निर्माण नहीं हो जाता है तब तक इसमें भारी वाहनों का पूर्णता प्रतिबंध लगाया जाए करके उन्होंने प्रशासन से मांग किया था जिस पर प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत संज्ञान में लेकर आदेश जारी भी किया था। इस रूट से भारी वाहनों के प्रवेश के लिए पूर्णता प्रतिबंध लगाया है। और पामगढ़ से डोंगाकोहरौद भिलौनी ससहा तक भारी वाहनों के आवागमन पर आगामी आदेश तक रोक लगाई गई है, उक्त मार्ग पर आने जाने वाली बाहरी वाहनों को परिवर्तित मार्ग गिधौरी शिवरीनारायण की ओर से डाइवर्ट करना सुनिश्चित किया गया है लेकिन मुख्यालय के अधिकारी को इस आदेश को पालन कराने में कोई सरोकार नहीं है। आखिर प्रशासन किसी अप्रिय घटना घटित होने का इंतजार कर रही है। तब जाकर इस रोड पर भारी वाहनों का आवागमन रुकेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।