धर्मांतरण देश तोड़ने में सबसे बड़ा खरता है-प्रबल प्रताप सिंह जूदेव
100 धर्मांतरित परिवार के 234 लोगों की हिन्दू धर्म में कराई वापसी
दुर्ग :- छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला के जवाहर नगर में सर्वहितकारिणी मानव सेवा संस्थान और समस्त हिन्दू संगठनों के संयुंक्त तत्वावधान में आयोजित राष्ट्र रक्षा महासम्मेलन एवं विश्व कल्याण महायज्ञ में मुख्य अतिथि के रुप में पधारे हिंदू स्वाभिमानी सूर्य कुमार प्रबल प्रताप सिंह जूदेव जी एवं आर्य समाज के प्रांत प्रमुख आचार्य श्री अंशुदेव आर्य, उत्तरी क्षेत्र हरियाणा से पधारे स्वामी देवानंद जी सरस्वती, क्षेममुनि जी, डॉक्टर कमल नारायण आर्य जी, विश्व हिंदू परिषद के प्रान्त प्रमुख संतोष गोलछा जी, पंडित ऋषि राज आर्य, पंकज भारद्वाज, सम्मेलन के संरक्षक डॉक्टर राहुल गुलाटी जी, डॉक्टर मानसी गुलाटी जी, बजरंगी रतन यादव जी, वीरांगना ज्योति जी, सहित अनेक संगठनों से धर्म रक्षक सम्मिलित हुए।
इस सम्मेलन में अपने पिताजी के घर वापसी अभियान को निरन्तरता देते हुए प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 100 धर्मांतरित परिवार के 234 लोगों की गंगाजल से पाव धोकर घर वापसी कराई। दुर्ग मे यह पहली घर वापसी कार्यक्रम हैl
अपने उद्बोधन मे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा धर्मांतरण देश तोड़ने मे सबसे बड़ा खतरा, जब-जब हिन्दू घटा है, तब-तब देश बंटा है, मेरे पिता जी स्व. दिलीप सिंह जूदेव कहा करते थे मंदिर बनाने से कही ज्यादा पुण्य का कार्य किसी व्यक्ति को हिन्दू बनाना है। इसीलिए घरवापसी अति आवश्यक है। जब तक शरीर मे प्राण है, समस्त हिन्दू संगठनों के सहयोग से मैं घर वापसी के माध्यम से सनातन धर्म की रक्षा करता रहूंगा।