राज्य कर विभाग ने टैक्स कलेक्शन का बनाया रिकार्ड, जीएसटी कलेक्शन 20 हजार करोड़ के पार, रेवेन्यू में 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी
रायपुर :- राज्य कर विभाग ने पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 20 हजार करोड़ टैक्स कलेक्शन के माइल स्टोन को पार कर लिया. विभाग ने कुल 20,361 करोड़ रुपए जीएसटी और वैट जमा कराया. पिछले वर्ष की तुलना मे जीएसटी में 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है. प्रवर्तन शाखा की ओर से केवल अंतिम तीन महीनों में 45 व्यवसायियों की जांच से 32 करोड़ रुपए जमा कराए, 14 बोगस फर्मों का भंडाफोड़ किया और ई वे बिल जांच से 8 करोड़ 61 लाख की टैक्स और पेनल्टी जमा कराई. स्टेट जीएसटी विभाग की ओर से कर चोरी रोकने के लिए एडवांस आईटी टूल्स का उपयोग किया जा रहा है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (EODB) सेल का गठन
विभाग ने करदाताओं की सुविधा के लिए और राज्य मे जीएसटी से जुड़ी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नस (EODB) सेल का भी गठन किया है. इसी तारतम्य मे जीएसटी की टोल फ्री हेल्पलाइन भी शुरू की गई है. राज्य कर आयुक्त ने चेंबर ऑफ कॉमर्स, टैक्स बार एसोसिएशन, चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा अन्य सभी व्यावसायिक संगठनों और छोटे व्यापारियों से लगातार संवाद के लिए एक आउटरिच कार्यक्रम भी घोषित किया है, जिसके अंतर्गत राज्य कर आयुक्त खुद महीने में तीन बार इन संगठनों के साथ बैठक करेंगे साथ ही वृत्त और जिला स्तर पर भी संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी व्यापारियों से मिल कर उनकी समस्याओं को जानेंगे और उन्हे दूर करने का प्रयास करेंगे
नियमों के अनुरूप और राजस्व हित में कार्य करें : कमिश्नर
राज्य कर विभाग, कर प्रशासन को साफ और पारदर्शी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. राज्य कर आयुक्त ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे नियमों के अनुरूप और राजस्व हित में ही कार्य करें. राज्य कर आयुक्त ने संयुक्त आयुक्त राज्य कर रायपुर संभाग एक एवं दो की 18 एवं 19 अप्रैल को ली गई समीक्षा बैठक में संयुक्त आयुक्तों को भी निर्देशित किया गया कि वे भी अपने अधीनस्थ अधिकारियों पर प्रशासनिक नियंत्रण रखें और कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही करें. संयुक्त आयुक्त राज्य कर रायपुर संभाग एक ने दो राज्य कर निरीक्षकों दीपा उधवानी तथा विमल खांडेकर को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है. इसी प्रकार रायपुर संभाग दो के संयुक्त आयुक्त द्वारा अपने अधीनस्थ 5 अधिकारियों श्वेता चंद्राकार, सहायक आयुक्त प्रभाकर उपाध्याय राज्य कर अधिकारी, राकेश अरोरा, राज्य कर अधिकारी, प्रीति बघेल और मुकेश कश्यप सहायक ग्रेड 3 को कार्य में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है