ग्रीष्मकालीन समर कैंप के निरीक्षण के लिए पहुंचे कलेक्टर
सक्ती :- ग्रीष्मकालीन समर कैंप के निरीक्षण व अवलोकन के लिए आज सक्ती जिले के कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री अमृत विकास तोपनो सेजेस कसेरपारा, सेजेस स्टेशन पारा व सेजेस अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सक्ती के विद्यार्थियों के पास पहुंचे। उन्होंने समर कैंप में सम्मिलित सभी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया, वहीं छात्र-छात्राओं के द्वारा बनाए गए सुंदर कलात्मक रंगोली, चित्रकला, हस्तकला ,काष्ठ कला, मेहंदी सहित अन्य गतिविधियों का अवलोकन करते हुए खूब प्रशंसा की। उन्होंने अपनी बहुमुखी छुपी प्रतिभा को विकसित करने का सशक्त माध्यम समर कैंप को बताया और बच्चो को समर कैम्प का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की बात कही। उन्होंने विद्यार्थियों को समर कैंप में शिक्षकों के मार्गदर्शन से नई नई विधाओं में पारंगत होने की बात कही। कलेक्टर ने बच्चों के 100 मीटर दौड़ को हरी झंडी दिखाते हुए उनका उत्साहवर्धन किया।
इसी प्रकार जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती श्री एन के चंद्रा ने भी समर कैंप में विद्यार्थियों के साथ साथ शिक्षकों का हौसला बढ़ाया। जिनके अथक प्रयास से समर कैंप में बच्चे नई-नई गतिविधियों को सीख रहे हैं। उन्होंने बच्चो से कहा कि हमेशा रचनात्मक गतिविधियों में सक्रिय रहते हुए, अपने भीतर बहुमुखी कौशलों को विकसित करते रहना चाहिए। उन्होंने ग्रीष्मकालीन समर कैंप को शासन की उद्देश्य परक़् योजना बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी इस बात पर जोर दिया गया है कि अध्ययन के साथ-साथ अपनी कलात्मक और बौद्धिक प्रतिभा के विकास के लिए विद्यार्थियों को प्रयास करते रहना चाहिए। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा को निखारने, उनमें कलात्मक बौद्धिक प्रतिभा का विकास करने, उन्हें रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न कर उनमें बहुमुखी कौशलो का विकास करने के लिए -ग्रीष्मकालीन समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। जिला सक्ती में 20 मई से 9 जून तक समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इस क्रम में सक्ती विकासखंड के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल सक्ती, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल स्टेशन पारा, स्वामी आत्मानंद स्कूल हिंदी माध्यम कशेरपारा के छात्र-छात्राओं के द्वारा विभिन्न विधाओं जैसे चित्रकला हस्तकला, रंगोली, मेहंदी में विद्यार्थियों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया। जहां पेंसिल आर्ट से छात्र-छात्राओं ने सुंदर कलाकारी की वही हाथों से बने फूलदान, कलम स्टैंड व मिट्टी के मटका को सजाया गया था। छत्तीसगढ़ी संस्कृति पर आधारित बांस की टोकरियों को सजाकर सुंदर कलाकारी जैसे बहुमुखी कौशलों का भी प्रदर्शन किया गया।
जहां एक ओर सुंदर कलात्मक रंगोली, मनमोहक़् मेहंदी से सब का मन मोह लिया, वही दूसरी ओर प्लास्टिक व कांच की बोतलों को भी सुंदर ढंग से सजाकर एक नया रूप प्रदान करते हुए बच्चो द्वारा अपनी कुशल हस्तकला का सुंदर नमूना पेश किया। वही खेल विधा के अंतर्गत विद्यार्थियों ने शतरंज, कैरम, 100 मीटर दौड़ में भी अपनी प्रतिभा दिखाई। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती श्री के एस पैकरा, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से सहायक सांख्यिकी अधिकारी श्री राकेश अग्रवाल, जिला क्रीड़ा अधिकारी श्री अमर सिंह राज, सेजेस कशेरपारा की प्राचार्य श्रीमती पी गबेल, व्याख्याता श्री देवाशीष बनर्जी, श्री संजय साहू, सुश्री भारती देवांगन, श्री निकहत करीम,सेजेस सक्ती की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती ज्योति चंद्रा, ,व्याख्याता श्री सूरज, श्री राजीव गुप्ता, सेजेस स्टेशन पारा के प्रभारी प्राचार्य श्रीसुरेश जायसवाल,व्याख्याता श्री आई खलखो, श्री धनंजय केवट, श्री लोकेश्वर जगत, श्री लवचंद देवांगन समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं, व्यायाम शिक्षक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे, ।