पामगढ़

चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

महिला सशक्तिकरण के लिए योग विषय पर विशेष परिचर्चा में शामिल हुई अमेरिकी स्कॉलर टाली हैमकर

पामगढ़ :- चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय पामगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विशेष योगाभ्यास सत्र का योजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप योग प्रशिक्षक डॉ गीतांजलि तिवारी विशिष्ट अतिथि के रूप में मेनिसोटा यूएसए से आईं योग विशेषज्ञ टाली हैमकर उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। सत्र के प्रारंभ में कार्यक्रम की समन्वयक श्रीमती शुभदा जोगलेकर ने स्वागत उद्बोधन देते हुए अतिथियों का परिचय सभासदों से कराया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के इस वर्ष के ध्येय वाक्य महिला सशक्तिकरण के लिए योग के विषय में जानकारी देते हुए कार्यक्रम की रूप रेखा से सभा को अवगत कराया। एमएचआईएलयोग दिवस तत्पश्चात मुख्य वक्ता डॉ गीतांजलि तिवारी ने योगविद्या के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराते हुए भिन्न भिन्न योगासनों के का प्रदर्शन किया जिसे विद्यार्थियों ने अनुकरण किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ मन और स्वस्थ मन के लिए योग अत्यावश्यक है। उन्होंने अपने अमेरिका में 26 वर्ष तक प्राध्यापक के रूप में व्यतीत किए गए जीवन के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि अमेरिका में 80 प्रतिशत बच्चे मानसिक विकारों से जूझ रहें जो इस समस्या से निजात पाने योग का सहारा ले रहे हैं। भारत के युवाओं को ऐसी स्थिति से बचाने के लिए समय रहते योग को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना जरूरी हो गया है। विशिष्ट अतिथि सुश्री टाली ने फोन एडिक्शन दुष्प्रभावों के बारे जानकारी देते हुए इससे निजात पाने के लिए स्वयं द्वारा अपनाए गए उपायों संबंधी अनुभव साझा किया। उन्होंने सूर्य नमस्कार के विभिन्न चरणों रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए संस्था के प्राचार्य डॉ वी के गुप्ता ने कहा कि योग का अभिप्राय मन और शरीर का जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि जब मन और शरीर एक होते हैं तो व्यक्ति स्वयं में नई क्षमताओं का अनुभव करता है। एक संवेदनशील और जागरूक मानव मस्तिष्क के किए योग अत्यावश्यक है। उन्होंने आगे कहा किइस कार्यक्रम ने योग के शाश्वत मूल्य को रेखांकित करते हुए अपने छात्रों और कर्मचारियों के समग्र विकास के लिए हमारे कॉलेज की प्रतिबद्धता को सुनिश्चित किया है। संस्था के संचालक वीरेंद्र तिवारी ने अपने संबोधन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के महत्व और शारीरिक और मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने में योग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे योग संतुलित जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है। वरिष्ठ प्रोफेसर विवेक जोगलेकर ने अपने वक्तव्य में आज की तेजी से भागती दुनिया में योग के इतिहास, लाभों और प्रासंगिकता पर अंतर्दृष्टि दी। उन्होंने योग के वैज्ञानिक पहलुओं पर चर्चा की और बताया कि योग मानसिक स्पष्टता बढ़ाता है, तनाव कम करता है और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करता है। उन्होंने सभी को योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर आयोजित योग अभ्यास सत्र में छात्रों ने विभिन्न योग आसन किए। कार्यक्रम का संचालन रसायनशास्त्र के सहायक प्राध्यापक ऋषभ देव पांडेय तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संगठन सचिव व रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी संजय बघेल ने किया।

इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, रासेयो स्वयंसेवकों सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहें।

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