पामगढ़ बीईओ कार्यालय में कर्मचारियों की मनमानी बीईओ नही लगा पा रहे लगाम शिक्षा विभाग से जारी आदेश को किया जा रहा नजर अंदाज

पामगढ़ :- शिक्षा विभाग हुआ बेलगाम छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग में नित नए नए कारनामे हो रहे है कही शिक्षको की पोस्टिंग में जमकर लेन देन, तो कही खरीदी के नाम पर भ्रस्टाचार इसी प्रकार एक मामला जांजगीर जिला के पामगढ़ बीईओ कार्यालय में शिक्षको की संलग्नीकरण को लेकर है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार सितम्बर माह में जारी आदेश के अनुसार शिक्षा विभाग के ब्लॉक प्रमुखों को आदेश प्रसारित किया गया था कि एकल शिक्षकीय एवं शिक्षक विहीन स्कूलों को छोड़कर व्यवस्था के तहत किये गए संलग्नीकरण को तत्काल निरस्त किया जाना था। इसके विपरीत बीईओ कार्यालय पामगढ़ में शिक्षक को अभी भी सलग्न किया गया है जो आफिस का महत्वपूर्ण कार्य स्वयं करता है जबकि बीईओ कार्यालय पामगढ़ में पर्याप्त स्टाफ है।
सेवा पुस्तिका संधारण में जमकर लेन देन किया गया
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इन दिनों विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पामगढ़ में हर काम का रेट तय है चाहे काम कोई सा भी हो मसलन अवकाश सम्बन्धी, पेंशन, मूलभूत आपको रेट अनुसार काम कराना पड़ेगा। विदित हो कि अभी शिक्षको के सेवा पुस्तिका के संधारण के लिए 4000-4000 प्रत्येक शिक्षको से मांगा जा रहा है।समय समय पर कोष लेखा एवं पेंसन सम्भाग कार्यालय से हर विभाग के कर्मचारियों का सेवा पुस्तिका की जांच की जाती है इसी बात का फायदा उठाते हुवे बीईओ कार्यालय पामगढ़ में वसूली की जा रही है।
वसूली के लिए शिक्षक को सलग्न किया गया है
पामगढ़ के शिक्षको ने बताया कि बीईओ ऑफिस के स्थापना शाखा में कभी विधानसभा, कभी निर्वाचन के नाम पर कुछ चहेते शिक्षको को सलग्न कर लिया जाता है और वही सलग्न शिक्षको के माध्यम से बीईओ आफिस के बाहर लेन देन की प्रक्रिया किया जाता है। यहां बताना लाजिमी है कि जिस शिक्षक की ड्यूटी बहाने से लगाई जाती है उससे सभी महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेजो को सौपा जाता है,उक्त शिक्षक के पास पूरे ब्लॉक के शिक्षको की कुंडली रहती है।
जिला शिक्षा अधिकारी से प्राप्त जानकारी अनुसार शिक्षको को पढ़ाई व्यवस्था के तहत सलंग्न किया जा सकता है वो भी एक शिक्षा सत्र के लिए ही होता है। लेकिन पामगढ़ बीईओ कार्यालय में ये नियम लागू नही है एक बार जो शिक्षक सलग्न हुआ वो स्थायी रूप से जम जाता है और महत्वपूर्व कार्यो को उसके द्वारा ही अंजाम दिया जाता है।उक्त शिक्षको द्वारा आफिस में आने वाले कर्मचारियों को धौस भी दिया जाता है, दुर्व्यवहार भी किया जाता है। चूंकि बड़ा आफिस है आये दिन काम पड़ता रहता है करके कई शिक्षक एवं आम जन शिकायत नही करते। क्योकि उनको भी पता है कि इन्हें क्षेत्रीय नेता और बीईओ के द्वारा सरक्षण दिया गया है। पर्याप्त स्टाफ होने के बाद भी यहां के कर्मचारियों से काम ना लेके शिक्षको से काम लेना निश्चय ही विवाद को जन्म देता है।
विवादों से पुराना नाता बीईओ ऑफिस पामगढ़ का
बीईओ ऑफिस का विवादों से पुराना नाता रहा है चाहे वो बीईओ पद को लेकर खींचतान हो या क्लर्क की कार्यशैली को लेकर बहरहाल विवादित क्लर्क एवं बीईओ दोनों यहां से हटाए जा चुके है। यहां के महिला स्टाप एवं सीनियर लिपक का ऑफिस आने का समय तक निर्धारित नही हैं जब मन करे आ गये और जब मन करे ऑफिस से चले गये। यहाँ के एक ऐसा भी बाबू है जो अपने आप को बीईओ से कम नही समझते जब ऑफिस में रहेगा तो अपने कक्ष का ताला खुला रहेगा ऑफिस से बाहर जाते ही ताला बंद कर दिया जाता है जिससे कारण बीईओ कार्यालय के मुख्यबाबू का कक्ष आय दिन बन्द रहता हैं। बीईओ सब कुछ जान कर भी ऑफिस के कर्मचारियों के ऊपर लगाम नही लगा पा रहे हैं।
संकुल स्तर पर व्यवस्था के तहत रखे हैं औऱ हमारे कार्यालय में सलग्न की जानकारी कल ले कर रिलीफ़ करता हु और जो बाबू समय पर नही आये उन्हें कल नोटिस दिया जायेगा। ऑफिस खुलने के बाद अपने कक्ष में ताला लगाना बाबुओ का गलत हैं कल सब को ठीक करवाता हु।
जगदीस कुमार शास्त्री
बीईओ पामगढ़