
मस्तूरी, 12 जुलाई 2025। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत किस्त की राशि दिलाने के नाम पर मस्तूरी जनपद क्षेत्र में अवैध वसूली का धंधा चरम पर है। आवास मित्रों और बिचौलियों की मिलीभगत से हितग्राहियों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। ताजा मामला ग्राम पंचायत सुकुलकारी का है, जहां के धरमलाल बंजारे पिता बालाराम बंजारे को वर्ष 2023-24 में आवास स्वीकृत हुआ था (आई.डी. नंबर: CH3150409)। उन्हें पहली दो किस्तें ₹40,000 और ₹55,000 की मिल चुकी हैं तथा उन्होंने आवास निर्माण कार्य पूर्ण भी कर लिया है।
हितग्राही द्वारा जब जियो टैग कराने के लिए पंचायत के आवास मित्र आशुतोष मानिकपुरी पिता सुरेश से संपर्क किया गया, तो उनसे ₹10,000 की अवैध मांग की गई। इतना ही नहीं, इससे पहले भी नींव स्तर के जियो टैग के नाम पर हितग्राही से ₹5,000 वसूले जा चुके हैं। अब शेष जियो टैगिंग नहीं किए जाने के कारण आवास की बची हुई राशि लेप्स होने का डर बना हुआ है।
परेशान होकर हितग्राही ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत मस्तूरी जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना प्रधानमंत्री आवास योजना की जमीनी हकीकत और सरकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करती है। यह देखना अब बाकी है कि प्रशासन इस भ्रष्टाचार पर किस प्रकार की सख्त कार्यवाही करता है।