सक्ती :- प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना में समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप न्योता भोज की अवधारणा रखी गई है। बच्चों को स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए शुरू की गई इस योजना के तहत जिले के विभिन्न स्कूलों एवं छात्रावासों में न्योता भोज का आयोजन किया जा रहा है l इसी क्रम में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री अमृत विकास तोपनो संकुल केंद्र चाटीपाली के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला बेल्हाडीह में आयोजित न्योता भोज में शामिल हुए और सभी बच्चों को कलेक्टर ने स्वयं खाना परोसा और जिला शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ स्वयं भी न्योता भोज ग्रहण किए । बेल्हाडीह के सरपंच और चंद्रा समाज के आयोजकों के सहयोग से बेल्हाडीह शासकीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला प्रांगण में बड़ी संख्या में स्कूली छात्र छात्राओं को न्योता भोज कराया गया। कलेक्टर को अपने बीच पाकर स्कूली छात्र-छात्राएं बहुत ही उत्साहित दिखे।
इस अवसर पर न्योता भोज कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री तोपनो ने कहा कि सामुदायिक सहयोग से स्कूली बच्चों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किए गए इस आयोजन को स्कूली शिक्षक और विभिन्न समुदाय के लोग हाथों हाथ ले रहे हैं और साथ ही प्रशासन की भी पूरी सहभागिता इसमें नजर आ रही है, यही वजह है कि जहां भी न्योता भोज का आयोजन होता है वहां प्रशासनिक अधिकारी व स्कूल शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी पहुंचने की कोशिश करते हैं इसका सबसे बड़ा लाभ यह हो रहा है कि जहां बच्चों को एक तरफ पौष्टिक आहार मिल जा रहा है वहीं दूसरी तरफ स्कूलों की मॉनीटरिंग भी हो जा रही है। कलेक्टर ने न्योता भोज कार्यक्रम के सुव्यवस्थित आयोजन के लिए सरपंच ग्राम पंचायत बेल्हाडीह एवं अन्य ग्रामीण आयोजकों के सहयोग की सराहना की। उन्होंने आयोजकों को बधाई देते हुए जिले के विभिन्न स्कूलों में अध्यनरत बच्चों के पालकों, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, अधिकारियों कर्मचारियों सहित समस्त जिलेवासियों से अपनी इच्छा अनुरूप विभिन्न स्कूलों में न्योता भोज आयोजन कराने की अपील की। इसके साथ ही इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन. के. चंद्रा ने न्योता भोज कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों, अधिकारियों-कर्मचारीयो, स्कूली बच्चों के पालकों, और स्कूली छात्र छात्राओं का स्वागत करते हुए न्योता भोज के आयोजन, उद्देश्य एवं महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दिए। उन्होंने आयोजकों को धन्यवाद देते हुए ऐसे आयोजन होते रहने पर जोर दिया। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य और विकास में अपना योगदान दिया जा सके। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में अब तक 2400 शालाओं में न्योता भोज का आयोजन किया जा चुका है। जिससे जिले के बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। इस अवसर पर जिला कोषालय अधिकारी श्री दशरथ सोनी, एसडीएम मालखरौदा श्री रूपेंद्र पटेल, तहसीलदार श्री मनमोहन सिंह सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम बेल्हाडीह के नागरिकों एवं संकुल चाटीपाली के समस्त शिक्षकों का भी विशेष योगदान रहा।
*त्योहारों एवं विशेष अवसरों पर स्कूलों में कोई भी इच्छुक व्यक्ति करा सकते हैं न्योता भोज- कलेक्टर*
कलेक्टर श्री अमृत विकास तोपनो ने कहा कि न्योता भोज, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना को सामुदायिक भागीदारी से समृद्ध बनाने की एक अभिनव पहल है। कोई भी व्यक्ति या संगठन विभिन्न त्योहारों एवं अवसरों जैसे जन्मदिन, त्योहार, राष्ट्रीय पर्व आदि अवसरों पर बच्चों के लिए भोज का आयोजन कर सकते है। इसमें न केवल भोजन बल्कि पूरक पोषण जैसे मिठाई, फल और अंकुरित अनाज का योगदान भी किया जा सकता है। इस पहल ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को न केवल स्वादिष्ट भोजन का आनंद दिलाया है, बल्कि उनके जीवन में खुशियों का नया अध्याय भी जोड़ा है।
*नन्हे मुन्हें बच्चों को मिलने लगा स्वादिष्ट आहार*
यूं तो स्कूल में मध्याह्न भोजन पहले से ही बच्चों को वितरित होता आ रहा है लेकिन मध्याह्न भोजन जहां पौष्टिक भोजन के रूप में परोसा जाता है वही न्योता भोज की अवधारणा स्वादिष्ट भोज के रूप में भी की गई है जिसमें बच्चों को पूरी, हलवा, खीर, मिठाई जैसे अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाने का मौका मिलता है। शिक्षक, बच्चों के पालक सहित अन्य इच्छुक लोग अपने जन्मदिन या खास अवसरों को अब स्कूल के बच्चों के साथ न्योता भोज के रूप में मनाना पसंद कर रहे हैं। स्वादिष्ट भोजनों को पाकर स्कूली बच्चों के चेहरे पर जो संतुष्टि नजर आती है, उसे देखकर अपने खास मौकों पर न्योता भोज देने वालों को भी संतुष्टि और खुशी मिलती है। शासन की यह योजना वास्तव में अपने आप में एक अद्भुत योजना है क्योंकि हम अपनी खुशी ऐसे लोगों के साथ बांटते हैं, जिन्हें उसका मोल पता है। इससे न केवल सामुदायिक परस्परता बढ़ रही है बल्कि स्कूलों से आमजन का जुड़ाव भी और अधिक बेहतर तरीके से हो रहा है साथ ही अधिकारी जब न्योता भोज के आयोजन पर स्कूल पहुंचते हैं तो स्कूल की मॉनिटरिंग भी हो जाती है।
*क्या है न्योता भोज*
प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना को सामुदायिक सहयोग से और अधिक पोषक बनाने राज्य शासन द्वारा न्योता भोज की अभिनव पहल की जा रही है। न्योता भोज की अवधारणा एक सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। कोई भी व्यक्ति या सामाजिक संगठन, जन्मदिन, वर्षगांठ या अन्य खास मौको पर अपने पास के स्कूल, आश्रम या छात्रावास में जाकर बच्चों के लिए न्योता भोजन का कार्यक्रम कर सकता है। इसमें पूर्ण भोजन का योगदान किया जा सकता है या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, फल या अंकुरित अनाज आदि के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान दिया जा सकता है।