स्वास्थ विभाग ने 1 अवैध क्लिनिक किया सील, क्षेत्र में दर्जनों अवैध क्लिनिक हो रहे संचालित स्वास्थ विभाग की कार्यवाही पर लोगों ने जताया संदेह, कहा राजनीतिक पहुंच रखने वाले झोलाछाप डाक्टरों पर नही की गई कार्यवाही..

सरगांव :- क्षेत्र में संचालित किए जा रहे अवैध क्लीनिकों को लेकर 13 सितंबर को दैनिक भास्कर समाचार पत्र में प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया गया था। नगर पंचायत सरगांव सहित आसपास के क्षेत्रों में अपंजीकृत झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा अवैध रूप से क्लिनिक संचालित कर गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों का इलाज किया जा रहा है। साथ ही बिना अनुमति के भारी मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां ड्रिप तथा अन्य प्रतिबंधित सामग्री का स्टॉक रखा गया है। जिसे संज्ञान में लेते हुए खंड चिकित्सा अधिकारी अनुज राम बंजारे के नेतृत्व में स्वास्थ विभाग टीम द्वारा 18 सितंबर को ग्राम पंचायत मोहभट्ठा के एक क्लिनिक की जांच की गई। जहां पत्नी के नाम संचालित वर्मा मेडिकल स्टोर की आड़ में रामफल वर्मा को अवैध क्लिनिक का संचालन करते पाया गया। जांच उपरांत मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया। कार्यवाही में बीएमओ ए आर बंजारे, नायब तहसीलदार शशि नर्मदा नायक, सहायक उप निरीक्षक अजय चौरसिया सहित पुलिस एवं स्वास्थ विभाग की टीम मौजूद रहीं।
वर्मा मेडिकल स्टोर्स
क्लीनिक संचालक स्वास्थ विभाग को देते है लंबी रकमः नगर पंचायत सरगांव के एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा अवैध क्लिनिक संचालन के अवज पर स्वास्थ विभाग के अधिकारीयों को लंबी रकम दी जाती है। इस कारण क्षेत्र में विभाग के द्वारा कार्यवाही नही किया जाता। इससे बड़ी मात्रा में अवैध क्लिनिक संचालित किए जा रहे हैं।
कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक राजनीतिक पहुंच रखने वाले क्लिनिक संचालक द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों से लंबी रकम इकट्ठा कर विभागीय अधिकारी को देने की बात कही गई है। ताकि उन पर विभागीय कार्रवाई नहीं हो सके।
क्षेत्र में दर्जनों अवैध क्लिनिक, कार्यवाही सिर्फ एक परः दैनिक भास्कर के स्थानीय संवाददाता शहनवाज खान व अन्य पत्रकारों ने जब क्षेत्र में जाकर पड़ताल की तो इसमें पाया गया की नगर पंचायत सरगांव, ग्राम पंचायत सल्फा, चुनचुनिया, करही, नगपुरा, पेंड्री, दौना, बदरा, मोहभट्ठा, धूमा, किरना, लमती, सांवा, बिदबिदा, बावली सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा अवैध क्लिनिक संचालित किए जा रहे हैं। जहां गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों का इलाज कर इनके स्वास्थ से खेलवाड़ किया जाता है। झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा इलाज के बाद मरीजों को अन्य गंभीर किस्म की बीमारियां भी उत्पन्न हो जाती है। इन में से कुछ मरीजों की समय पर सही उपचार नहीं होने से मौत हो जाती है। ऐसे अवैध क्लिनिक खिलाफ स्वास्थ विभाग कार्यवाही नही कर रहा है। जबकि दिखावटी तौर पर एक अवैध क्लिनिक को सील कर कार्यवाही के नाम पर विभाग के द्वारा लीपापोती की गई है। झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ लोगों ने कार्यवाही कर स्वास्थ विभाग से क्लिनिक सील करने की मांग की है।
लंबे समय से जमे बीएमओ नहीं देते सही जानकारीः
स्वास्थ विभाग में खंड चिकित्सा अधिकारी के रूप में लंबे समय से पदस्थ अनुज राम बंजारे के द्वारा विभागीय जानकारी मांगने पर उनके द्वारा सही जानकारी नहीं दिया जाता है। साथ ही पत्रकारों को गोलमोल जवाब दिया जाता है। इससे लोगों ने उनके प्रति निराशा व्यक्त की है।
बम मेडिकल स्टोर्स
रकम लेनदेन की खुलासाःआप को बता दे कि अवैध क्लिनिक संचालित होने के शिकायत पर जब भी किसी पत्रकार के द्वारा खबर प्रकाशित किया जाता है उसके बाद विभाग के द्वारा खाना पूर्ति के लिए किसी एक दो के ऊपर कार्यवाही कर मामला दबा दिया जाता है औरों से मोटी रकम एकत्र किसी एक के पास किया जाता है उसके बाद उसे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दे दिया जाता है लोगों ने कहा है कि यह पैसा पूरे विभाग में बढ़ता है।