
FLN और NEP 2020 के तहत नवाचार व समन्वय पर हुआ फोकस
पामगढ़, 5 जुलाई 2025। पामगढ़ विकासखण्ड में आज शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। BEO श्री मोहन कौशिक एवं BRC श्री दुष्यंत कुमार भर्तृहरि के नेतृत्व में संकुल समन्वयकों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बीआरसी परिसर में किया गया। कार्यशाला में अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।
कार्यशाला में कुल 34 में से 30 संकुल समन्वयकों ने सक्रिय सहभागिता दर्ज की। इसका उद्देश्य संकुल समन्वयकों को उनके शैक्षिक दायित्वों, विद्यालयों और शिक्षकों के साथ समन्वय, तथा शिक्षण प्रक्रिया में नवाचारों के समावेश के लिए प्रशिक्षित करना था।
कार्यशाला के दौरान FLN (Foundational Literacy and Numeracy) के लक्ष्यों के अनुरूप “पढ़ने का कोना”, “गणित कोना”, “प्रिंट रिच वातावरण”, “बाल सभा”, “बाल शोध मेला”, “विद्यालय पुस्तकालय” और “दीवार पत्रिका” जैसे रचनात्मक उपायों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
संकुल समन्वयकों को प्रक्रिया आधारित क्लस्टर विकास योजना तैयार करने, बच्चों की सीखने की प्रगति को मापने योग्य बिंदुओं पर समझने और शिक्षकों के साथ प्रभावी शैक्षणिक संवाद स्थापित करने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
NEP 2020 के परिप्रेक्ष्य में कार्यशाला में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान की चुनौतियों पर गंभीर चर्चा की गई। सभी संकुल समन्वयकों ने अपने संकुल क्षेत्र में नवाचार और सुधार लाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
यह कार्यशाला न केवल संकुल समन्वयकों के लिए ज्ञानवर्धक रही, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को ज़मीनी स्तर पर सशक्त बनाने की दिशा में भी एक प्रेरणादायक पहल सिद्ध हुई।