
पामगढ़, 24 जुलाई 2025। पामगढ़ विकासखंड के विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) श्री मोहनलाल कौशिक शिक्षा, स्काउट-गाइड और प्रशासन तीनों क्षेत्रों में अपनी सेवा, सादगी और समर्पण के लिए एक मिसाल बने हुए हैं। उनका कार्यशैली और जीवन दर्शन हर शिक्षक, छात्र और अधिकारी के लिए प्रेरणास्रोत है।
निरीक्षण के दौरान वे हमेशा सहजता से सामान्य शिक्षक की कुर्सी पर बैठकर संवाद करते हैं, जिससे उनका मिलनसार और विनम्र व्यक्तित्व सामने आता है। यही कारण है कि वे विकासखंड के शैक्षिक परिवार में अत्यंत लोकप्रिय हैं।
स्काउट-गाइड में उत्कृष्ट नेतृत्व पूर्व जिला संगठन आयुक्त (स्काउट) और जिला प्रशिक्षण आयुक्त (स्काउट) के रूप में उन्होंने जांजगीर-चांपा जिले में स्काउट-गाइड आंदोलन को नई दिशा दी। उनके नेतृत्व में जिले से 100 से अधिक स्काउट-गाइड और रोवर-रेंजर “राज्यपाल पुरस्कार” प्राप्त कर चुके हैं, जिनमें से 25 पुरस्कार उनके अपने विद्यालय शा. महामाया उ.मा.वि. पामगढ़ के विद्यार्थियों ने प्राप्त किए हैं।
राज्यपाल द्वारा सम्मानित शिक्षक श्री कौशिक को “उत्कृष्ट शिक्षक” के रूप में राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया है। बीईओ जैसे उच्च प्रशासनिक दायित्व के बावजूद वे आज भी शिक्षण को अपनी प्राथमिकता मानते हैं और प्रतिदिन शा. महामाया उ.मा.वि. पामगढ़ में तीन कालखंड पढ़ाते हैं।
एक सच्चे नेतृत्व की मिसाल श्री कौशिक ने यह सिद्ध किया है कि नेतृत्व पद से नहीं, अपने विचारों, कर्मठता और जनसेवा से महान बनता है। उनका सादगीपूर्ण जीवन, सेवा-भावना और शिक्षा के प्रति समर्पण आज के समय में अनुकरणीय है।