
मस्तुरी, 18 अगस्त 2025। अरपा कोलवासरी की स्थापना को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। आगामी 25 अगस्त 2025 को सुबह 11 बजे ग्राम जयरामनगर (मिनी क्रिकेट स्टेडियम, तहसील मस्तुरी) में प्रस्तावित जनसुनवाई के दौरान जिला कांग्रेस कमेटी बिलासपुर के सचिव टाकेश्वर पाटले तथा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मस्तूरी के उपाध्यक्ष उदय भार्गव के नेतृत्व में आसपास के 20 से 21 पंचायतों के सरपंच, जनप्रतिनिधि व ग्रामीणजन अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
पूर्व में भी अरपा कोलवासरी की स्थापना को लेकर आयोजित जनसुनवाई में जबरदस्त विरोध के चलते कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी। अब पुनः नियत जनसुनवाई को लेकर भिलाई, रलिया, बेलटुकरी, किसान परसदा, जयरामनगर, गतौरा सहित आसपास के गांवों में विरोध की लहर तेज हो चुकी है।
ग्रामीणों की प्रमुख आपत्तियाँ
प्रदूषण का खतरा : ग्रामीणों का कहना है कि पहले से ही एनटीपीसी राखड़ बाँध से पूरा क्षेत्र प्रभावित है। गर्मियों में डस्ट व बारिश में रिसाव से खेत और फसल बर्बाद होते हैं। कोलवासरी खुलने से प्रदूषण की दोहरी मार झेलनी पड़ेगी।
सड़क व दुर्घटना की आशंका : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बनी सड़क पर भारी वाहनों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे रलिया, भिलाई, बेलटुकरी और जयरामनगर जैसे गांवों में दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ेगा।
जलस्त्रोत व हरियाली पर असर : कोलवासरी के संचालन से क्षेत्र की नदियाँ, तालाब और हरियाली प्रदूषित होने का खतरा है।
मनरेगा सड़कों का दुरुपयोग : ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मनरेगा के तहत 25 फीट चौड़ी सड़क सिर्फ कोलवासरी को लाभ पहुँचाने के लिए बनवाई गई है, जबकि इसका स्थानीय ग्रामीणों को कोई उपयोग नहीं है।
गैस पाइपलाइन से गंभीर खतरा : प्रस्तावित मार्ग पर गैस पाइपलाइन बिछी हुई है। भारी वाहनों की लगातार आवाजाही से पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने और बड़ी दुर्घटना होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि कोलवासरी की स्थापना से पूरे क्षेत्र का पर्यावरण और जनजीवन प्रभावित होगा। महिलाएँ, स्कूली बच्चे और किसान सबसे ज्यादा संकट में आएंगे। इसलिए जनसुनवाई में वे पुरज़ोर विरोध दर्ज कराएंगे।