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रेत माफिया वसूली मामले में कांग्रेस विधायक का ऑडियो वायरल, प्रदेश की राजनीति में हड़कंप

जांजगीर-चांपा, 19 सितंबर 2025। पामगढ़ विधानसभा की कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश का रेत माफियाओं से डीलिंग करते हुए कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वायरल ऑडियो में विधायक स्वयं के नाम से पाँच लाख, कलेक्टर और एसडीएम के नाम से दो-दो लाख तथा किसी राघवेंद्र के नाम से एक लाख रुपये लेने की बात करती हुई सुनाई दे रही हैं।

पहला ऑडियो: डीलिंग की शुरुआत

पहले ऑडियो में विधायक और रोशन नामक व्यक्ति के बीच बातचीत सामने आई है। बातचीत में तीन लाख रुपये तत्काल देने और बाकी राशि माह के अंत में देने की बात कही जाती है। विधायक कथित तौर पर कहती हैं तीन लाख मेरा करवा दो और दो लाख एसडीएम को देना होगा, वरना अड़ंगा लग जाएगा। कलेक्टर को मैं समझा दूंगी।

दूसरा ऑडियो: राघवेंद्र का हिस्सा

अगले ऑडियो में राघवेंद्र नामक व्यक्ति को एक लाख रुपये हिस्सा देने की बात सामने आती है। विधायक कहती हैं कि राघवेंद्र को सूचित कर दो, ताकि वह रुकावट न डाले।

तीसरा ऑडियो: कलेक्टर–एसडीएम का जिक्र

एक अन्य ऑडियो में दस लाख रुपये तैयार रखने की बात कही गई है। इसमें पाँच लाख विधायक, दो-दो लाख कलेक्टर व एसडीएम तथा एक लाख राघवेंद्र के लिए तय होने का दावा किया गया है।

चौथा ऑडियो: लेन-देन की पुष्टि 

बातचीत में भुगतान की जगह और व्यक्ति तय करते हुए विधायक कथित रूप से कहती हैं कि तीन मेरा और दो एसडीएम का रहेगा। बाकी अगली बार देना।

विधायक शेषराज हरबंश का पक्ष

विधायक ने इस वायरल ऑडियो को एडिटेड और एआई जनरेटेड करार दिया है। उनका कहना है कि यह बातचीत दिसंबर 2024 की है, जब अवैध उत्खनन करने वालों से जुर्माने की वसूली की बात की गई थी। चालान और रसीद की कॉपी उनके पास मौजूद है।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह ऑडियो उन्हें बदनाम करने और दबाव बनाने के लिए अब वायरल किया गया है, क्योंकि उन्होंने भू-माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोला है। उनके अनुसार राजेश भारद्वाज, रोशन भारद्वाज और संजू रत्नाकर द्वारा सरकारी जमीन बेचने का खेल चल रहा था।

सरकारी पट्टे की जमीन को बैंक में गिरवी रखकर 35 लाख रुपये का लोन लिया गया। विधायक के दबाव के बाद ऐसी रजिस्ट्री और जमीन की बिक्री पर रोक लगाई गई। विधायक का कहना है कि उन्हीं लोगों ने इस एडिटेड ऑडियो को वायरल किया है ताकि उन्हें डराकर कार्रवाई से पीछे हटाया जा सके।

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