जिला स्तरीय कृषि मेला आयोजन का मुख्य उद्देश्य कृषि के क्षेत्र में उन्नत तरीकों की जानकारी देनादृ मंत्री श्री मोहम्मद अकबर
केबिनेट मंत्री श्री अकबर जिला स्तरीय किसान मेला सह प्रदर्शनी एवं पशु मेला में हुए शामिल
किसानों को जैविक खेती, उपज और उन्नत कृषि की जानकारी देने जिला स्तरीय किसान मेला सह प्रदर्शनी पशु मेला का किया गया आयोजन
कवर्धा, 14 जनवरी 2023। जिले के किसानों को जैविक खेती, उपज और उन्हें सही उन्नत कृषि की जानकारी देने सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के महाविद्यालय परिसर बिरनपुरकला में जिला स्तरीय किसान मेला सह प्रदर्शनी (मिलेट फसलों की खेती) एवं पशु मेला का आयोजन किया गया। प्रदेश के वन, परिवहन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री और कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर जिला स्तरीय किसान मेला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री अकबर ने कहा की जिला स्तरीय कृषि मेला आयोजन का मुख्य उद्देश्य कृषि के क्षेत्र में उन्नत तरीकों की जानकारी देना, ताकि किसान अधिक से अधिक लाभ अर्जित कर सकें। सभी किसानों को इसका लाभ लेना चाहिए। इस दौरान मंत्री श्री अकबर ने कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 100 कृषक, प्रगतिशील गोबर विक्रेता, पशुपालक, पैरादान करने वाले कृषक एवं महिला स्व सहायता समूहों को शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर ने की।
मंत्री श्री अकबर ने मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज बहुत ही अच्छा दिन है, सूर्य उत्तरायण होने के कारण आज से मौसम में परिवर्तन होता है और इस दिन जिला स्तरीय मेला का आयोजन किया गया है। सभी किसानों को इसका लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा की शासन की सभी योजनाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए है। गांव के निवासियों के लिए योजना संचालित की जा रही है। जब गांव के निवासी आर्थिक रूप से सशक्त होंगे तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगा। कैबिनेट मंत्री श्री अकबर ने अपने विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल नेतृत्व वाली में राज्य सरकार की सफलता एवं गौरवशाली 4वर्ष में हुए विकासमूलक कार्यों और योजनाओं की विस्तार से लोगों को समझाया। उन्होने कहा कि राज्य के किसानो, गौपालकों और भूमिहीन किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए राजीव गांधी न्याय योजनाएं बनाई गई है। न्याय के इन योजनाओं के माध्यम से प्रदेश के किसानों, पशुपालकों और खेतिहर मजदूरों को आर्थिक संभल दिया जा रहा है। ऐसी कल्याणकारी पहल से एक लाख 50 हजार करोड़ रूपए की राशि जरूरतमंद लोगां की जेंब में डाली गई, जिसके कारण खेत-खलिहानों से लेकर उद्योगों तथा बाजारों में खुशहाली आई है। हमारे अपना वादा निभाते हुए राज्य के 17 लाख 82 हजार किसानों पर बकाया 9270 करोड़ रूपए का कृषि ऋण माफ किया गया है। 17 लाख से अधिक किसानों का 244.18 करोड रूपए सिंचाई कर माफ करने के बाद 80 करोड़ रूपए का और बकाया सिचाई कर जून 2021 तक का माफ किया गया।
राज्य के 5 लाख 81 हजार से अधिक किसानों को मुक्त और रियाती दरों पर बिजली देकर सलाना 900 करोड रूपए की राहत दी जा रही है। बस्तर के लोहाड़ीगुड़ा में 1707 किसानों का 4200 एकड़ अधिग्रहित भूमि को आदिवासियों को वापस किया गया है। राज्य में किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी ना हो, किसानों की सहुलियत के लिए धान खरीदी केन्द्रों की संख्या 2311 से बढाकर 2484 किया गया। मांग के आधार पर और बढ़ाई जा रही है, ताकि किसानों को कोई परेशनी ना हो। पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल किसान के बेटे है और उन्होंने किसानों के हित के लिए योजना बनाई है। जिससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत बन सके।
जिला स्तरीय किसान मेला सह प्रदर्शनी (मिलेट फसलों की खेती) एवं पशु मेला में कृषि विभाग एवं पशुपालन, उद्यानिकी, मछलीपालन, कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि महाविद्यालय एवं ईफको के द्वारा स्टॉल के माध्यम से प्रदर्शनी का आयोजन किया था। जिससे किसान योजना की जानकारी प्राप्त कर लाभान्वित हुए। इस अवसर क्रेडा के सदस्य श्री कन्हैया अग्रवाल, राज्य कृषक कल्याण बोर्ड के सदस्य श्री भगवान सिंह पटेल, श्री नीलकंठ चंद्रवंशी, श्री हरी पटेल, श्री गणेश योगी, श्रीमती लीला धनुक वर्मा, जिला कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्री नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष श्री चोवाराम साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।