चैतन्य महाविद्यालय में विश्व बाल अधिकार दिवस पर परिचर्चा एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित

पामगढ़, 21 नवंबर 25। चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय (ऑटोनॉमस), पामगढ़ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा गुरुवार को विश्व बाल अधिकार दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत परिचर्चा एवं शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. व्ही.के. गुप्ता और संचालक श्री वीरेंद्र तिवारी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
प्राचार्य डॉ. गुप्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1959 में बाल अधिकारों की घोषणा और 1989 में बाल अधिकारों पर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए जाने के उपलक्ष्य में 20 नवंबर को विश्व बाल अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है।
संचालक श्री वीरेंद्र तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह दिवस दुनिया भर के बच्चों के बीच आपसी समझ, सहयोग और भाईचारे को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण माध्यम है। यह दिन सरकारों और समुदायों को यह भी याद दिलाता है कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की जिम्मेदारी हम सभी की है।

एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी संजय बघेल ने इस वर्ष की थीम “मेरा दिन, मेरे अधिकार” और “हर बच्चे के लिए, हर अधिकार” की जानकारी देते हुए कहा कि यह थीम बच्चों को अपनी राय खुलकर व्यक्त करने और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित करती है।
सहायक प्राध्यापक श्री प्रताप बनर्जी ने कहा कि यह दिवस बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और अधिकारों के प्रति जागरूकता को समर्पित है। भारत में बाल दिवस का उद्देश्य बच्चों को प्रेम देना, उनकी खुशियों और सपनों को संवारना है।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय स्टाफ, एनएसएस स्वयंसेवकों तथा अन्य छात्र-छात्राओं ने बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने की शपथ ली।
कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक (रसायन शास्त्र) श्री ऋषभदेव पाण्डेय ने किया। धन्यवाद ज्ञापन रासेयो स्वयंसेवक रजनी यादव और आकाश कश्यप द्वारा किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त स्टाफ, एनएसएस इकाई के स्वयंसेवक तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।




