
महासमुंद, 27 नवम्बर 25। छत्तीसगढ़ से अन्य राज्यों में प्रवास करने वाले मजदूरों की सुरक्षा, उनके अधिकार, बच्चों की शिक्षा–स्वास्थ्य तथा विभागीय समन्वय को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन स्टेशन रोड स्थित होटल स्वर्ण, महासमुंद में किया गया। कार्यक्रम का आयोजन हक सेंटर फॉर चाइल्ड राइट्स एवं सेंटर फॉर लेबर रिसर्च एंड एक्शन के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।
कार्यशाला में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें जिला शिक्षा अधिकारी विजय लहरे, जिला कार्यक्रम अधिकारी रेखराज शर्मा, जिला चिकित्सा अधिकारी नागेश्वर राव, जिला स्काउट गाइड अध्यक्ष येतराम साहू, तथा श्रम विभाग से श्रम अधिकारी डी.एन. पात्रा शामिल थे। इसके अलावा अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, स्वयंसेवी संस्थाओं, यूनियनों तथा प्रवासी मजदूर परिवारों ने भी सक्रिय सहभागिता निभाई।

बैठक में प्रवासी मजदूरों और उनके बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, पहचान दस्तावेज, बंधुआ मजदूरी की रोकथाम तथा सरकारी योजनाओं की उपलब्धता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। अधिकारियों ने माना कि प्रवासी मजदूरों के अधिकारों की सुरक्षा तभी सुनिश्चित हो सकती है जब प्रस्थान से लेकर वापसी तक उनकी निरंतर निगरानी, सहायता और संरक्षण की व्यवस्था मजबूत की जाए।
प्रतिनिधियों ने यह भी जोर दिया कि मजदूर परिवारों को शिक्षा के अधिकार, पोषण, स्वास्थ्य सेवाओं, कानूनी सुरक्षा और अन्य योजनाओं की जानकारी देने के लिए विभागों तथा संस्थाओं के बीच समन्वय अत्यंत आवश्यक है। इससे मजदूर परिवार जागरूक होंगे और अपने बच्चों को बेहतर भविष्य प्रदान कर सकेंगे।
सेन्टर फॉर लेबर रिसर्च एंड एक्शन एवं हक संस्था की ओर से अभिषेक फ्रांसिस, छोटूसिंह रावत, शंभागी और मोनिका ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक फ्रांसिस और शुभोध लखन द्वारा प्रभावी रूप से किया गया।




