जांजगीर-चांपा

युवोदय ‘‘हसदेव के हीरो‘‘ कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु गठित ज़िला स्तरीय समिति के लिए दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न

जांजगीर-चांपा :- कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशन में जिला प्रशासन जांजगीर चांपा और यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से जिले में शुरू होने वाले युवोदय हसदेव के हीरो कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु गठित ज़िला स्तरीय समिति के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित किया गया। कार्यशाला में सभी विभागों के प्रमुख,भारत स्काउट गाइड, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी प्रमुख और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।

कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी दो दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुई। उन्होंने कहा कि युवोदय युवाओं की ऊर्जा का उपयोग सकारात्मक रूप से करने का एक प्रयास है। जिससे न केवल युवाओं की क्षमता और उनके कौशल का विकास होगा। इसके साथ ही ये युवा समुदाय और प्रशासन के बीच एक कड़ी का काम करेंगे जिससे नागरिकों और प्रशासन की दूरी कम होगी और शासन की योजनाओं को लोगों तक पंहुचाने में भी ये युवा सहायक होंगे। दो दिवसीय कार्यशाला में यूनिसेफ राज्य सलाहकर श्री राहिल सूबेदार, श्री अभिषेक त्रिपाठी, नेहा सिंह, उन्नति अरोरा, विषय विशेषज्ञ के रूप में शामिल हुए और जिला स्तर पर कार्यक्रम का समन्वय ईएमडी सुनील साहू और यूनिसेफ जिला समन्वयक रेहाना तबस्सुम द्वारा किया गया।

कार्यशाला में विभिन्न विषयों पर यूनिसेफ के राज्य प्रतिनिधियों द्वारा सत्र के माध्यम से समिति के सदस्यों को जानकारी दी गई। जिनमे पहले दिन युवोदय ‘‘हसदेव के हीरो‘‘ कार्यक्रम और डीआरजी की भूमिका पर चर्चा की गई, स्वयं सेवक की अवधारणा और उसके महत्व, मानसिक स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य और अनीमिया, लैंगिक समानता, पोषण, बच्चों के बेहतर विकास में अभिभावकों की भूमिका के विषय में यूनिसेफ के विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। इसी प्रकार दूसरे दिन सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संचार के महत्व पर प्रकाश डाला गया और समिति के सदस्यों से इस कार्यक्रम के सुचारू क्रियान्वयन के लिए सुझाव मांगे गए।

उल्लेखनीय है कि ‘‘हसदेव के हीरो‘‘ ज़िला प्रशासन द्वारा समर्थित एक सामुदायिक पहल है। इसका मूल प्रयोजन सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाना है। यह कार्यक्रम मानसिक स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और अपने बच्चों की शिक्षा में अभिभावक की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। यह कार्यक्रम युवाओं को शामिल करने, अभिव्यक्त करने और उनके संर्वागीण विकास के लिए मंच निर्माण करना। किशोर स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति समझ, दृष्टिकोण और अभ्यास में सुधार करना, परिवर्तन के चैंपियनों का समूह तैयार करना और सामुदायिक नेतृत्व को शामिल करना इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है।

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