दिल्ली में यमुना के जल स्तर ने तोड़ा 45 साल पुराना रिकॉर्ड
नई दिल्ली :- राजधानी दिल्ली में यमुना के जल स्तर का 45 साल पुराना रिकॉर्ड बुधवार को टूट गया. अब यमुना का जल स्तर 207.55 मीटर हो गया है. यह स्थिति पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से साढ़े तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ने की वजह से उत्पन्न हुई है. इससे पहले 9 जून 1978 को यमुना नदी का जल स्तर 207.49 दर्ज किया गया था।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर आंरेज अलर्ट जारी कर रखा है. इसके तहत लोगों को खादर छोड़ने के लिए कहा जा रहा है, जो नहीं जा रहा है उसे जबरन बाहर किया जा रहा है. बीते 24 घंटे में यमुना का जलस्तर 1.15 मीटर की बढ़ोत्तरी हुई है. सोमवार को शाम 6 बजे यमुना का जलस्तर 205.52 मीटर था जो कि मंगलवार शाम छह बजे 206.64 मीटर तक पहुंच गया है. पूर्वानुमान है कि यह जलस्तर आज देर रात तक 207 तक पहुंच सकता है. उसे देखते हुए यमुना में वोट, गोताखोरों की टीम को लगातार निगरानी कर रहे है. किसी को भी खादर में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
इस बीच यमुना के जल स्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी भी जारी कर दी गई है. भारत मौसम विभाग के मुताबिक बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर यमुना के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है।
रेल सेवा के लिए लोहे का पुल बंद
यमुना का जल स्तर मंगलवार को ख़तरे का निशान पार कर गया. इसके बाद मंगलवार सुबह से उत्तर रेलवे ने लोहे के पुल से गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया. उत्तर रेलवे के मुख्य प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया इस पुल के रास्ते चलने वाली 14 रेलगाड़ियों को नई दिल्ली के रास्ते चलाया जा रहा है. यह गाड़ी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के रास्ते तिलक ब्रिज, आनंद विहार और साहिबाबाद होते हुए जा रही हैं. पुराने लोहे के पुल पर सड़क मार्ग को बंद कर दिया गया है. वाहन के साथ राहगीरों की भी आवाजाही बंद कर दिया गया है. पुलिस सुरक्षाबल वहां तैनात किया गया है।
बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में लाया जा रहा है. वहां तैयारियों व बाढ़ प्रभावितों की परेशानी जानने के लिए मंगलवार को दिल्ली सरका के मंत्रियों ने अलग-अलग इलाके में दौरा किया. स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आईटीओ पुल के पास स्थित रैनी वेल के पास बनाएं गए राहत शिविर में पहुंचे. वहां तैयारियों का जाएजा लेने के साथ लोगों से बातचीत की. अधिकारियों को सभी सुविधाएं समय पर मुहैया कराने का निर्देश दिया.।