26 जुलाई से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के दूसरे चरण की होगी शुरुआत, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लोगों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
रायपुर :- हरेली तिहार के दिन शुरू हुए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के दूसरे चरण जोन स्तर की शुरुआत 26 जुलाई से हो रही है. इसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर 1 जोन बनाया गया है. जोन स्तर की इस प्रतियोगिता का समापन 31 जुलाई को होगा. पहले चरण में राजीव युवा मितान क्लब स्तर की प्रतियोगिता ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में 17 जुलाई से 22 जुलाई तक आयोजित की गई थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने, खेलों के प्रति जागरुकता फैलाने, खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने और खेल भावना का विकास करने के उद्देश्य से शुरू की गई छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को अभूतपूर्व लोकप्रियता मिली. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में लोगों ने इस ओलंपिक में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इस वर्ष चल रही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में भाग लेने को लेकर लोगों में भारी उत्साह है।
दूसरे चरण में जोन स्तर पर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक प्रतियोगिता में 8 राजीव युवा मितान क्लब क्षेत्रों का एक जोन बनाया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्रों में जोन बनाने का दायित्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को एवं शहरी क्षेत्रों में नगरीय प्रशासन विभाग के द्वारा नामांकित अधिकारी को दिया गया है. मुकाबला नॉक आऊट पद्धति से राजीव युवा मितान क्लब के विजेता प्रतिभागी एवं दलों के मध्य होगा. ग्रामीण क्षेत्रों में विजेता प्रतिभागी एव दल आयुवार एवं वर्गवार विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता में एवं शहरी क्षेत्रों में विजेता प्रतिभागी दल आयुवार एवं वर्गवार नगरीय क्लस्टर स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
राजीव युवा मितान क्लब स्तर एवं जोन स्तर के समापन के बाद तीसरे चरण विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक, चौथे चरण जिला स्तर पर आयोजन 25 अगस्त से 04 सितंबर तक, पांचवे चरण संभाग स्तर पर आयोजन 10 सितंबर से 20 सितंबर तक और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी. जिसका आयोजन 25 सितंबर से 27 सितंबर तक होगा।
छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित की जा रही है. छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं. वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं।