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न्यू लाईफ केयर हॉस्पिटल, रिफर के बाद कल हुवा था एक युवती की मौत, हुवा सील

खबर का असर, बीएएमएस डॉक्टर के द्वारा किया जा रहा था ईलाज

देवेन्द्र यादव पामगढ़ :- मुख्यालय पामगढ़ में संचालित न्यू लाइफ केयर हॉस्पिटल एवं केयर यूनिट अस्पताल में गलत इलाज के कारण बिलासपुर रिफर एक बच्ची की मौत का गंभीर मामला सामने आया था। छत्तीसगढ़ खबर24 में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गयी उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद तहसीलदार पामगढ़ अश्वनी चंद्रा और खंड चिकित्सा अधिकारी पामगढ़ डॉ सौरभ यादव की संयुक्त टीम द्वारा न्यू लाइफ लाईफ केयर हास्पिटल पामगढ़ में कार्रवाई करने के लिए पहुंची जहां पर हॉस्पिटल संचालित होना पाया गया एवं वहां के ओपीडी आईपीडी रजिस्टर की जांच करने पर अंजलि साहू पिता कपिल साहू ग्राम बिलारी उम्र 16 वर्ष को 18 और 19 अप्रेल को भर्ती होना पाया गया । ईलाज के दौरान मरीज को गंभीर स्थिति होने पर बिलासपुर रिफर होना बताया गया। हास्पिटल के स्टाफ के द्वारा बताया गया कि बच्ची को ब्लड की कमी होने के कारण बिलासा ब्लड बैंक बिलासपुर से ब्लड लाकर दो यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। बच्चे के स्थिति सुधार नहीं होने पर उसको बिलासपुर के लिए रिफर किया गया। तहसीलदार पामगढ़ एवं खंड चिकित्सा अधिकारी की संयुक्त जांच दल द्वारा हास्पिटल को संचालित करने संबंधी नर्सिंग होम एक्ट का आदेश एवं दस्तावेज मांगी गए। हास्पिटल संचालित करने की अनुमति नहीं मिली हुई है इसकी जानकारी हास्पिटल स्टाफ द्वारा दी गई लेकिन उसके बावजूद गंभीर मरिजों का इलाज किया जा रहा है। हास्पिटल में विशेषज्ञ डाक्टर और प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है। आज न्यू लाइफ केयर हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल तो खुला पाया गया लेकिन कोई भी जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन का व्यक्ति या डॉक्टर नहीं थे। इससे यह साफ होता है कि इनके द्वारा नियमों को ताक में रखकर अस्पताल संचालित किया जा रहा है। बड़े-बड़े बैनर और होर्डिंग लगाकर ग्रामीण क्षेत्र के भोले भाले मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है और उनकी जान से खिलवाड़ भी किया जा रहा है।

बीएएमएस डॉक्टर द्वारा चढ़ाया गया ब्लड
न्यू लाइफ केयर हॉस्पिटल में कोई भी विशेषज्ञ डाक्टर नहीं है । हास्पिटल स्टाफ द्वारा बताया गया कि यहां पर डॉक्टर जेपी देवांगन जिनको बीएएमएस डिग्री प्राप्त है जानकारी प्राप्त हुई इनके ही निर्देशन में बच्चे को ब्लड चढ़ाया गया। जांच कार्रवाई के दौरान डाक्टर डीपी देवांगन हॉस्पिटल से नदारद रहे।
संयुक्त जांच टीम द्वारा हॉस्पिटल में संचालन संबंधी नर्सिंग होम एक्ट दस्तावेज नहीं होने एवं लापरवाही बरते जाने के कारण न्यू लाइफ केयर हॉस्पिटल को सीलबंद की कार्रवाई की गई।

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