छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

राष्ट्रीय शोध सेमिनार का आयोजन सम्पन्न 

400 प्रतिभागियों ने इस शोध सेमीनार में भाग लिए और अपना-अपना शोध पत्र पढ़ा सावित्रीबाई फुले के जीवन कृतित्व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला 

जांजगीर चांपा :- जांजगीर के ऑडिटोरियम हाल राष्ट्रीय शोध सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुरुआत डॉ भीमराव अंबेडकर सावित्रीबाई फुले महात्मा ज्योतिबा फुले के तैल चित्र में फूलों की वर्षा के साथ दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर इंदु अनंत कुलसचिव शाहिद नंद कुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ ,अध्यक्षता एसपी वैद्य अपर कलेक्टर जांजगीर , विशिष्ट अतिथि, आयुष्मति उषा ताई बौद्ध, अध्यक्ष राष्ट्रीय पारिवारिक धम्म संगोष्ठी नागपुर,आयुष्मति सिंधु वैध सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती रूपलता बुनकर सहायक मुख्य कार्यपालन अधि. पामगढ़ , श्रीमती पुष्पा दिवाकर ए बी ई ओ बलौदा ,श्रीमती राजकुमारी महेंद्र मुख्य प्रशिक्षक भाषा उन्नत शिक्षा सं. बिलासपुर, डॉ अजय पटेल सहायक प्राध्यापक ,प्रमुख वक्तागण में डॉक्टर अर्चना आसटकर, डॉ प्यारेलाल अदिल शिक्षाविद, डॉ अरविंद कुमार जगदेव सहायक प्राध्यापक , कुंज किशोर प्राचार्य स्वामी आत्मानंद विद्यालय डोंगाकोहरोद ,साथ ही डॉक्टर अंबेडकर एजुकेशन पर व्यक्ति समिति के समस्त माननीय सदस्य गण और साथ में श्रीमती मंजू कुंज धनेष्वरी साहू के गरिमा में उपस्थिति में उद्घाटन सत्र का शुभारंभ किया गया। और पुष्प वर्षा के बाद डॉक्टर कुंज किशोर के द्वारा भारतीय संविधान के प्रस्तावना का वाचन किया गया और इस तरीका से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ ।

400 प्रतिभागियों ने शोध सेमीनार में लिया भाग लगभग 400 प्रतिभागियों ने शोध सेमीनार में भाग लिए और अपना-अपना शोध पत्र पढ़ा सावित्रीबाई फुले के जीवन कृतित्व व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए सभी ने अपने शोध पत्र में सावित्रीबाई जी को शिक्षा की वास्तविक देवी के रूप में प्रकट किए कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर कुंज किशोर एवं उनकी पुत्री भूमि कुंज के द्वारा किया गया।

छत्तीसगढ़ अंचल के सभी जिलों से प्रतिभागीय हुए उपस्थित  इस गरिमामय कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ अंचल के सभी जिलों से प्रतिभागीय उपस्थित हुए थे कवर्धा , बिलासपुर रायपुर ,राजनांदगांव ,दुर्ग ,भिलाई जशपुर ,कोरबा साथ ही साथ महाराष्ट्र ,उड़ीसा ,उत्तर प्रदेश ,झारखंड आदि राज्यों से प्रतिभागी सम्मिलित हुए थे। इस कार्यक्रम को करने में समिति के सभी सदस्यों का अहम योगदान रहा और पूरे छत्तीसगढ़ में सावित्रीबाई फुले को शिक्षा की महान शुरुआत करने वाली महिला सशक्तिकरण की अग्रदूत माना गया इसमें डॉ श्याम लाल ओग्रे का विशेष योगदान रहा ।

राष्ट्रीय संगोष्ठी कार्यक्रम में शोध पत्रों का संकलन करके पुस्तक का अतिथि द्वारा विमोचन किया गया इस राष्ट्रीय संगोष्ठी कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों द्वारा किए गए शोध पत्रों का संकलन करके एक पुस्तक अंतर्दृष्टि वामा का अतिथि द्वारा विमोचन किया गया जिसमे महिला सशक्तिकरण से सम्बंधित आलेख को सजो कर डॉ प्यारे लाल आदिले डॉ कुंज किशोर. डॉ मनहरण अनंत के सयुंक्त संपादन मे प्रकाशित किया गया।

सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र के साथ मोमेंटो,कलम ,डायरी और फोल्डर फ़ाइल भी किया गया प्रदाय अंतरदृस्टि वामा की एक एक प्रति भी छपने के बाद प्रेषित की जावगी भोजन के बाद टेक्निकल सत्र का आयोजन किये गए इस सत्र के मुख्य अतिथि विजय कुमार लहरे बीईओ नवागढ़ अध्यक्षता डॉ बोधी राम साहू प्रतिमा साहू विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर टी.एल मिर्जा जी ,डॉ अजय पटेल मनहरण अनंत , रविंद्र राठौर ,परमेश्वर स्वर्णकार , डॉ जगत ,डॉ धनेष्वरी ,डॉ गीता हिमधार ,जाग्रति विष्णु पैगवार विशाल वैभव.जी डॉ आर.के दिवाकर , बी आर रत्नाकर , साहेब दिवाकर , कुसुम लता पाटले, गीता राम देवदत्त भूपेंद्र, बहादुर जंगढ़े ,पदमा बनर्जी, डी एल अनंत, डॉ अलोकनाथ मंगलम ,रमेश भार्गव, डॉ जाग्रति सर कार्यक्रम की अध्यक्ष मान. एसपी वैध ने किये।

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