
महेंद्र सिंह राय बिलासपुर :- मस्तूरी सोनसरी नव निर्वाचित सरपंच तिलक मिर्झा के द्वारा सोनसरी बाजार को अवैध तरीके से ठेका दिया गया जहाँ न उन्होंने बाजार ठेका से संबंधित किसी प्रकार की मुनादी कराई है और न ही किसी प्रकार का विज्ञापन जारी किया है।बताते चले जब से तिलक मिर्झा ग्राम पंचायत सोनसरी के सरपंच बने है न उन्हें चार्ज मिला है और न उसके अधिकार में पंचायत के काम काज है, फिर भी वो अपने लाभ के लिए बिना किसी सूचना के गांव मे बैठक के बगैर बाजार को ठेका दे दिया गया जिससे प्राप्त राशि लगभग 105000 एक लाख पांच हजार रुपये को आपस मे स्वम रख कर पैसे की बंदरबांट करने के फिराक में लगा है।
साथ ही इसकी सूचना किसी भी आला अधिकारियों को नही है। सरपंचो ने इसी तरह हर साल बाजार ठेका के नाम पर लाखों रुपये का इकठ्ठा कर रहे है। इसके साथ ही न इस पैसो के लिए किसी प्रकार का फंड भी नही बनाते है और न ही इन पैसों से किसी प्रकार का विकास कार्यों में उपयोग नहीं किया जा रहा है ।बिना अधिकारियों को सूचना दिए क्या बाजार का ठेका करना सही है इसका जवाब शायद मस्तूरी मुख्यकार्यपालन अधिकार के पास होगा?आगे देखते है क्या आलाअधिकारी इन जैसे कार्यों के लिए अपनी क्या प्रतिक्रिया रखते है।