बच्चों को उनकी रूचि के क्षेत्र में बेहतर करने के लिए करें प्रोत्साहित -कलेक्टर
पैरेंट टीचर्स मीटिंग में शामिल हुए कलेक्टर श्री आकाश छिकारा
कलेक्टर के निर्देशन में जिले के सभी स्कूलों में आयोजित हुआ पैरेंट टीचर्स मीटिंग
न्योता भोजन कार्यक्रम में कलेक्टर ने बच्चों के बीच बैठकर किया भोजन
चॉकलेट, गुलाब के फूल देकर बढ़ाया बच्चों का मनोबल
जांजगीर-चांपा :- कलेक्टर श्री आकाश छिकारा के निर्देशन में जिले के सभी स्कूलों में मेगा पैरेंट टीचर्स मीटिंग का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री आकाश छिकारा जनपद प्राथमिक शाला बिरगहनी च में आयोजित पैरेंट टीचर मीटिंग में शामिल हुए। कलेक्टर ने अभिभावकों से चर्चा करते हुए कहा कि वे प्रतिदिन अपने बच्चों से संवाद करें, बच्चों से पूछे की आज क्या सीखा? बच्चे जब विद्यालय से घर पहुंचे तब अभिभावक उनसे जरूर यह पूछें कि उन्होंने आज विद्यालय में क्या पढ़ा और आज क्या सीखा, इसकी जानकारियां बच्चों से अनिवार्य रूप से प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि प्रतिमाह शिक्षकों से मिलकर पूछें बच्चा कैसे पढ़ाई कर रहा है। बच्चों के रूचि वाले क्षेत्र में बेहतर करने के लिए उन्हे प्रोत्साहित करें। उन्होंने बच्चों को चॉकलेट, गुलाब के फूल देकर उनका मनोबल बढ़ाया।
जनपद प्राथमिक शाला बिरगहनी च में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति विकास योजना के तहत न्योता भोजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान कलेक्टर ने बच्चों को भोजन परोसा और उनके साथ बैठकर भोजन भी किया। कलेक्टर ने अपील करते हुए कहा कि बच्चों में पोषण शक्ति विकास के लिये सभी व्यक्ति, समाज, संगठन, समाजसेवी, गणमान्य व्यक्ति आगे आयें और अपना और अपने परिवार का विशेष दिन अपने पास के किसी सरकारी स्कूल के बच्चों के साथ मनायें, ताकि बच्चों को उच्च गुणवत्ता के साथ पोषणयुक्त भोजन मिल सके।
कलेक्टर ने शिक्षको से कहा कि कक्षा में बच्चों का नियमित टेस्ट लें। इसके साथ अभिभावकों को टेस्ट की अंको की जानकारी से अवगत करायें तथा बच्चों में विषयगत कमजोरी को दूर करने के लिए अभिभावकों से चर्चा भी करने कहा। कलेक्टर ने अभिभावकों को घर में पढ़ाई के कोना बनाने की अपील की। बच्चों को पढ़ाई के लिए उचित वातावरण हेतु घर में ही पढ़ाई का कोना इसमें ऐसे स्थान का चुनाव करने के लिए कहा, जहां उचित प्रकाश एवं रोशनी हो साथ में पढने के लिए एक टेबल और कुर्सी की व्यवस्था की जा सकती है। जिससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि विकसित किया जा सके। कलेक्टर ने अभिभावकों से कहा कि परीक्षा के समय पर बच्चों से चर्चा करें ताकि उनका परीक्षा संबंधी तनाव दूर हो सके और उन्हें अच्छे से तैयारी कर अच्छे अंक लाने के लिए प्रोत्साहित करें।
बोलेगा बचपन के तहत बच्चों ने कलेक्टर को कविता, सुविचार, श्लोक सुनायें। जिससे कलेक्टर ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए टॉफी दिया। कलेक्टर ने शिक्षकों को निर्देशित किया कि प्रतिदिन अलग-अलग बच्चों को बोलने का मौका दें। जिससे बच्चों में बोलने का झिझक दूर हो। साथ ही कलेक्टर ने सभी बच्चों का आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र बनाने के भी निर्देश दिए है। इस अवसर पर डीएमसी श्री आर के तिवारी, यूनिसेफ जिला समन्वयक सुश्री दिव्या राजपूत सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।