
महेंद्र सिंह राय मस्तूरी :- पचपेड़ी तहसील के गोबरी, व कुकुर्दी खुर्द, शिवनाथ नदी स्थित सागौन, पलास आदि प्लॉट के जंगल का मामला 20 से ज्यादा सागौन के पेड़ को काटकर ले गए तस्कर बिलासपुर में वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम गोबरी के जंगल में इमारती पेड़ों की अवैध रूप से अंधाधुंध कटाई की जा रही है। सागौन के पेड़ को काटकर तस्कर जंगल से ट्रैक्टर और पिकअप में भरकर ले गए है। जंगल में वाहनों के निशान अभी भी मौजूद है। जंगल मे पेड़ों के स्थान पर जगह-जगह सिर्फ टूठ ही नजर आ रही है। जानकारी के बावजूद अब तक मामले पर वन विभाग के अधिकारियों को अभी तक कोई जानकारी नहीं है।
बता दें कि पचपेड़ी तहसील के ग्राम गोबरी शिवनाथ नदी स्थित सागौन प्लॉट के जंगल में 20 से अधिक हरे-भरे सागौन के पेड़ों की तस्करों ने अवैध रूप से कटाई की। मौके पर मिले वाहनों के पहिए के निशान के अनुसार तस्कर पिकअप व ट्रैक्टर जैसी बड़ी माल वाहक गाड़िया लेकर जंगल के अंदर पहुंचे थे। और डीजल आरी मशीन से इस तरह तस्करों ने सागौन पेड़ काट काट कर टूठ छोड़ा गया और अन्य पेड़ भी ले गए। जिन स्थानों पर लकड़ियों की अवैध कटाई हुई है, वह जगह ग्राम गोबरी और हरदी के बीच शिवनाथ नदी के तट से लगा हुआ है। बावजूद इसके पेड़ों के कटाई की भनक किसी को भी नहीं लगी। वन विभाग के अफसर गहरी नदी नींद में सोए हुए हैं इस लिए तस्कर इमारती लकड़ी ले गए बता दें कि गोबरी जंगल में बड़ी संख्या में सागौन के पेड़ों की कटाई की जा रही है।
तस्कर वन संपदा को नुकसान पहुंचा रहे शासन द्वारा हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर जंगल और मैदानी इलाकों मे बड़ी संख्या में पौधारोपण करके पर्यावरण को बचाने का प्रयास किया जाता है, लेकिन वन विभाग की उदासीनता और मनमानी के चलते जंगल के मौजूदा पेड़ों की अवैध रूप से कटाई धड़ल्ले से हो रही है। बता दें कि तस्कर लगातार जंगल में पेड़ों की कटाई करके वन संपदा और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वन विभाग के उमाशंकर राय अधिकारी से जब इसकी जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी मुझे नहीं है जाकर पता करते हैं।