बिलासपुर :- आम उपभोक्ता सिंगल फेस बिजली कनेक्शन के लिए कई बार बिजली ऑफिस का चक्कर लगाते हैं लेकिन बिलासपुर के तोरवा डिवीजन में बिजली कनेक्शन के बिजली लाईन खींचने के पहले ही ट्रांसफार्मर लगाकर 48 किलोवॉट का बिजली कनेक्शन दे दिया अब मामला उजागर होने के बाद लीपापोती का प्रयास शुरू हो गया है सिटी सर्किल में कुछ भी हो रहा है उच्चाधिकारियों का कंट्रोल समाप्त होने बाद बिजली अधिकारी लगातार नियम विरूद्ध काम कर रहे हैं। सर्किल के तोरवा जोन में एक उपभोक्ता ने मोपका गुलाब नगर गेट के पास एक रेस्टोरेंट खोलने के लिए 48 किलो वॉट के बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया। विद्युत वितरण कंपनी की योजना 61 में कंपनी द्वारा उपभोक्ता को आवश्यक खम्भे लगाकर बिजली लाइन खिंची जाती। इसके बाद ट्रांसफार्मर लगाकर विद्युत कनेक्शन देना था। इसके लिए उपभोक्ता द्वारा निर्धारित शुल्क जमा करने के बाद टेंडर जारी किया जाता। निविदा मिलने वाले ठेकेदार द्वारा लाइन खींचने और ट्रांसफार्मर लगाने के बाद में मीटर जारी कर विद्युत कनेक्शन देना था लेकिन इसके पहले ही रेस्टोरेंट को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराकर चार्ज कर दिया गया जबकि उसका टेंडर भी जारी नहीं हुआ है इसके लिए 2 जून को एचटी मेंटेनेंस के प्रभारी एई डी. मुखर्जी ने सहायक अभियंता तोरवा जून को एक पत्र जारी किया इसमें कहा गया कि उपभोक्ता द्वारा अपने परिसर में विद्युत कनेक्शन लेने सभी भुगतान का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है उक्त कार्य होने के पश्चात आवश्यक दस्तावेज जमा कर ट्रांसफार्मर को चार्ज कर दिया गया है इसलिए उक्त परिसर में विद्युत प्रदाय करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें।
लेकिन इसके पहले ही 31 मई को तोरवा जोन के एई योगेश साहू ने कार्यपालन अभियंता त्वरण को पत्र लिखा गया पत्र क्रमांक 148 में उन्होंने कहा कि उपभोक्ता के परिसर में विस्तार का काम पूरा हो गया है इस आधार पर एलटीसीसी मीटर लगाने को कहा गया जबकि उक्त कार्य के लिए टेंडर उक्त अधिकारी को जारी करना था इसके बाद भी टेंडर के पहले लिखित में पत्र लिखकर उपभोक्ता के परिसर में बिजली कनेक्शन लगा दिया गया है इस संबंध में एई श्री साहू का कहना है कि एचटी मेंटेनेंस से मिले पत्र के आधार पर विद्युत कनेक्शन जारी किया गया है
जहाँ एक एक अधिकारी ने होटल में लाइन का कार्य पूर्ण होने का लेटर लिख दिया तो वही दूसरे अधिकारी ने उस होटल में लाइट चालू करने का लेटर जारी कर दिया औऱ जिस अधिकारी के कार्यलय से लेटर जारी हुआ है ओ विगत एक हप्ते से छुट्टी पर था उसके जगह में जो प्रभार में था उस अधिकारी ने मौके फायदा उठाकर मनमाने तरीके से लेटर जारी कर दिया ऐसा नही है कि इस गड़बड़ झाले की बात विभाग के उच्च अधिकारियों को नही है पर ओ अपने स्टाप के लोगो को बचाने में लगे हैं मीडिया ने जब इन सभी अधिकारियों से फोन पर बात कर जानकारी हासिल करनी चाही तो उन्हों ने साफ मना कर दिया कि हम इस मामले में कुछ नही बोलना चाहते जब मीडिया की टीम उनके ऑफिस में पहुंची तो साहब लोग अपनी कुर्सी छोड़ नदारत हो गए थे बिलासपुर नगर संभाग 1 पूर्व के डी साहब पीवीएस राजकुमार से मीडिया ने इस गम्भीर मामले में जानकारी मांगी तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि ये हमारा डिपार्टमेंटल मामला है और इस बारे में आप लोगो को कुछ नही बता सकता गड़बड़ी की जानकारी मुझे पहले से पता है दोनों लेटर मुझे मिल चुका है और में अपने इस्तर पर जांच कर कर रहा हु जल्दी दोसी सामने आजाएगा और उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी अब देखना होगा कि यह सारी बाते मीडिया के संज्ञान में आने के बाद जवाबदर अधिकारी दोषियों पर के कब तक और क्या कार्यवाही करती है
दो अधिकारियों ने आंख बंद करके दे दी स्वीकृति
एक रेस्टोरेंट को बिना टेंडर के खंभा और ट्रांसफार्मर लगाकर कनेक्शन देने का मामला 2 सहायक अभियंताओं के पास से गुजरा उसके द्वारा चेहते को लाभ पहुंचने के लिए आंख बंद कर चुनौती दे दी जबकि कई मामलों में ट्रांसफर लगने के बाद भी सिर्फ मीटर लगाने में 1 सप्ताह से अधिक का समय लगा दिया जाता है।
विद्युत वितरण कंपनी की योजना एक शर्ट के तहत बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद टेंडर जारी किया जाता है जिस किसी भी ठेकेदार को टेंडर मिलता है उनके द्वारा बिजली लाइन किसने और ट्रांसफार्मर लगाने का काम किया जाता है लेकिन इससे पहले ही बिजली अधिकारियों ने दूसरे ठेकेदार से काम पूरा कराकर कनेक्शन दे दिया गया अब टेंडर जारी होगा इस में काम करने वाले ठेकेदार को टेंडर दिलाने के नाम पर फिर से गड़बड़ी की जाएगी
बिना टेंडर बिजली लाइन खींचकर ट्रांसफार्मर लगाने के बाद मीटर लगाकर कनेक्शन देने के मामले में एचटी मेंटेनेंस विंग में पदस्थ जूनियर इंजीनियर रजनीबाला मिंज को नोटिस जारी किया गया है जवाब मिलने के बाद आगे की कार्यवाही होगी। एई पर कार्यवाही उच्चाधिकारी करेंगे। पीवीएस राजकुमार, ईई तोरवा डिवीजन बिलासपुर