
मस्तूरी :- मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस रहे। उन्होंने मां सरस्वती और महापुरुषों की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया। रमेश बैस ने कहा कि स्कूल के डायरेक्टर भागबली घृतलहरे की सोच सराहनीय है। बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार शिक्षा देनी चाहिए। अगर बच्चा डॉक्टर बनना चाहता है और माता-पिता उसे इंजीनियर बनाना चाहते हैं, तो वह कुछ भी नहीं बन पाएगा। उसका जीवन अंधकार में जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज बच्चों को हिंदी से ज्यादा अंग्रेजी सिखाई जा रही है, जबकि हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने संविधान में लिखा था मां डिग्नेश्वरी मॉडल वर्ल्ड स्कूल मल्हार, बिलासपुर (छ.ग.) वार्षिकोत्सव के दौरान मुख्य अतिथि को सम्मानित करते हुए। कि भारत की मातृभाषा हिंदी है। माध्यम अंग्रेजी रखा गया, जिसे 10 साल में समाप्त कर हिंदी लागू करने की बात कही गई थी। लेकिन आजादी के 77 से 78 साल बाद भी हिंदी को वह स्थान नहीं मिला। कार्यक्रम में छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर रूपनारायण सिन्हा, नारायण चंदेल, राजेश सूर्यवंशी, राजेश्वर भार्गव, भास्कर पटेल, देवेंद्र कृष्णन, ज्वाला बंजारे, चंद्रप्रकाश कुर्रे, धरम भार्गव, हर नारायण तिवारी, रामनारायण भारद्वाज, मन्नू यादव, विज्ञान कांत, ज्योतिष कश्यप, सुरेंद्र रात्रे, मनोज रात्रे मौजूद रहे। ने मंच संचालन प्रथा शुक्ला ने किया राहुल भारद्वाज प्राचार्य शुभम शर्मा आभार प्राचार्य वसुंधरा जायसवाल ने व्यक्त किया।