
नया कोटवार नियुक्त करने की मांग, भ्रष्टाचार और अनदेखी का लगाया आरोप
पत्रकार महेन्द्र सिंह राय मस्तूरी 19 जून 2025। ग्राम पंचायत शिवटिकारी के कोटवार मनु नेताम की मनमानी और भ्रष्ट आचरण से परेशान होकर ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और तत्काल बर्खास्तगी की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि कोटवार मुनादी जैसे मूलभूत कार्यों को भी ग्रामीणों के कहने पर नहीं करता, और किसी भी राजस्व या प्रशासनिक कार्य में पहले पैसे की मांग करता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि नामांतरण, बंटवारा, फौती और सरकारी जमीन को निजी भूमि दिखाकर धान बिक्री जैसे मामलों में कोटवार की संलिप्तता रही है। साथ ही, पटवारी से मिलीभगत कर सरकारी जमीन को कब्जे में लेकर सहकारी समिति में धान बेचना भी गंभीर आरोपों में शामिल है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि मुनादी का कार्य अपने घर से ही करता है, जिससे सूचना का व्यापक प्रचार नहीं हो पाता। जब उसे सार्वजनिक स्थानों पर मुनादी डालने को कहा जाता है तो वह गाली-गलौच और धमकी देने लगता है।
प्रशासनिक अधिकारियों पर भी उठे सवाल
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इसकी शिकायत नायब तहसीलदार पूनम कन्नौजिया से की, तो उन्होंने आवेदन लेने से साफ इंकार कर दिया और “आवक-जावक में जमा कर दो, मैं नहीं ले सकती” कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। इससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है।
कलेक्टर जनदर्शन से लेकर एसडीएम तक शिकायतें, लेकिन कार्रवाई नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि 13 मई को कलेक्टर जनदर्शन मस्तूरी में भी आवेदन दिया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे यह प्रतीत होता है कि प्रशासनिक अमला कोटवार को संरक्षण दे रहा है।
रेत माफियाओं को भी बचाने का आरोप
एक सप्ताह पहले रेत माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई में 6 ट्रैक्टर पकड़े गए, लेकिन नायब तहसीलदार पूनम कन्नौजिया द्वारा कथित रूप से बातचीत कर उन्हें बिना कार्रवाई छोड़ा गया। ग्रामीणों का आरोप है कि इस तरह की कार्रवाइयों से पूरे विभाग की छवि धूमिल हो रही है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी पाए जाने पर कोटवार मनु नेताम को तत्काल बर्खास्त किया जाए और एक ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ कोटवार की नियुक्ति की जाए।