
पामगढ़, 17 जुलाई 2025। जनसमस्याओं और विद्युत विभाग की घोर लापरवाही के विरोध में भारतीय मानवाधिकार ट्रस्ट के पदाधिकारीगण आज पामगढ़ स्थित बिजली विभाग कार्यालय पहुँचे और जिम्मेदार अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।
प्रदेश अध्यक्ष श्री सरयू प्रसाद पूरे के नेतृत्व में पहुँचे प्रतिनिधिमंडल ने ग्राम डूडगा निवासी कलीराम जांगड़े के मामले को गंभीरता से उठाया, जहाँ उनके मकान के ऊपर से गुजर रहे 11000 केवी विद्युत तार के संपर्क में आकर सत्य प्रकाश वानी नामक युवक बुरी तरह झुलस गया था। उन्हें इलाज के लिए बिलासपुर के रामकृष्ण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां मुश्किल से उसकी जान बचाई गई।
ज्ञापन में बताया गया कि कलीराम जांगड़े ने तीन सितंबर 2024 को तार हटाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसी तरह कोसला से डूडगा मार्ग पर 100 वर्ष पुरानी 11000 केवी की जर्जर लाइन और खंभों के कारण बार-बार बिजली आपूर्ति बाधित होती है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष कुमार डांडे, जिला उपाध्यक्ष पीतांबर लहरें, विधानसभा अध्यक्ष राम जी जांगड़े, ब्लॉक महासचिव अभिषेक साहू सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि यदि जल्द ही तारों को नहीं हटाया गया और जर्जर खंभों को नहीं बदला गया, तो भविष्य में किसी भी दुर्घटना की जिम्मेदारी पामगढ़ बिजली विभाग की होगी। भारतीय मानवाधिकार ट्रस्ट ने स्पष्ट कहा है कि अगर कार्रवाई नहीं की गई, तो वे धरना-प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।