
पामगढ़, 16 दिसम्बर 25। ज्ञान गंगा संकुल संगठन पामगढ़ के कार्यालय परिसर चंडीपारा में सामुदायिक प्रबंधन प्रशिक्षण केंद्र (सीएमटीसी) का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमती सत्यलता आनंद मिला, अध्यक्ष जिला पंचायत जांजगीर-चांपा के करकमलों से गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ।
प्रशिक्षण केंद्र के प्रथम चरण में विकासखंड पामगढ़ अंतर्गत कार्यरत 35 ग्राम संगठन सहायिकाओं के लिए तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। इस प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत कर्मचारी, समूह एवं संगठन के कार्यकर्ताओं को भविष्य में आवासीय एवं गैर-आवासीय प्रशिक्षण का लाभ मिलेगा।
शुभारंभ कार्यक्रम में श्रीमती प्रीति अजय दिव्या (सदस्य जिला पंचायत जांजगीर-चांपा), यशवंत साहू (मंडल अध्यक्ष पामगढ़), विश्वनाथ प्रताप यादव (मंडल अध्यक्ष मुलमुला), धनंजय सिंह ठाकुर (जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा जांजगीर-चांपा), गुलाब सिंह चंदेल, व्यास वर्मा (पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजपा पामगढ़), मानेश जांगड़े (अध्यक्ष प्रतिनिधि जनपद पंचायत पामगढ़), श्रीमती छोटू गौरी जांगड़े (अध्यक्ष नगर पंचायत पामगढ़), रूपचंद साहू (उपाध्यक्ष जनपद पंचायत पामगढ़) सहित अनेक जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति रही।
इसके अलावा श्रीमती किरण अशोक खंडे (जनपद सदस्य चंडीपारा), श्रीमती भुवनेश्वरी अग्नि सिंह (जनपद सदस्य भैंसो), अग्नि सिंह, अशोक खांडे, सन्नी यादव, अश्वनी कुर्रे, शहर लाल साहू, राजू राय, ग्राम पंचायत चंडीपारा के सरपंच शतोषित रात्रे, पुष्कर दिनकर (अध्यक्ष सरपंच संघ जनपद पंचायत पामगढ़) की गरिमामय उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में श्री उपेंद्र दुबे (जिला मिशन प्रबंधक, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जांजगीर-चांपा), मणिशंकर कौशिक (मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पामगढ़), श्रीमती रूपलता बुनकर (अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी), आकाश नारंग, रेशम लाल नामदेव, सुनील कुमार बरमैया, इतवार सिंह कंवर सहित विकासखंड पामगढ़ अंतर्गत एनआरएलएम के समस्त संकुल संगठनों के पदाधिकारी, पीआरपी, एफएलसीआरपी एवं सामुदायिक संवर्गों की सहभागिता रही।
इस अवसर पर संगवारी जेंडर संसाधन केंद्र पामगढ़ द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत महिला हिंसा एवं उत्पीड़न की रोकथाम पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता संदेश दिया गया। साथ ही जिले के विभिन्न जनपद पंचायतों से स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की स्टॉल एवं प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका अतिथियों ने अवलोकन किया।
कार्यक्रम के अंत में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।




