सत्ता और संगठन में यादव समाज की उपेक्षा, जनसंख्या के अनुरूप प्रतिनिधित्व नहीं मिलने से आक्रोश

राष्ट्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर रखेंगे मांग – रमेश यदु
पामगढ़, 19 दिसम्बर 25। सर्व यादव समाज के प्रदेश अध्यक्ष रमेश यदु ने छत्तीसगढ़ में सत्ता और संगठन दोनों स्तरों पर यादव समाज की लगातार उपेक्षा किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में यादव समाज जनसंख्या के आधार पर दूसरे स्थान पर है, इसके बावजूद सत्ता और संगठन में समाज को अपेक्षित और सम्मानजनक प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा रहा है, जिससे पूरे समाज में गहरी नाराजगी और आक्रोश का वातावरण निर्मित हो रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष रमेश यदु ने कहा कि वर्तमान सरकार में यादव समाज को सत्ता में मात्र एक मंत्री के रूप में सीमित प्रतिनिधित्व मिला है, जबकि समाज की जनसंख्या, राजनीतिक भागीदारी और वर्षों के योगदान को देखते हुए यह अत्यंत अपर्याप्त है। इसी प्रकार संगठनात्मक ढांचे में भी यादव समाज की घोर अनदेखी की गई है। हाल ही में घोषित भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति, युवा मोर्चा, महिला मोर्चा एवं जिला स्तर के पदाधिकारियों की सूची में भी यादव समाज को जनसंख्या के अनुपात में स्थान नहीं दिया गया।
उन्होंने बताया कि उपलब्ध क्वांटीफायबल डेटा के अनुसार यादव समाज छत्तीसगढ़ में जनसंख्या के हिसाब से दूसरे स्थान पर है। इसके बावजूद बार-बार समाज की उपेक्षा होना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि यह समाज के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाला भी है। लगातार अवसरों से वंचित किए जाने के कारण समाज में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
रमेश यदु ने आगे कहा कि यदि प्रदेश के जिलों और मंडलों का निष्पक्ष आकलन किया जाए, तो यह स्पष्ट होता है कि यादव समाज की लगभग 70 प्रतिशत आबादी भारतीय जनता पार्टी एवं उससे जुड़े संगठनों में पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य कर रही है। मतदान के आंकड़े भी यह प्रमाणित करते हैं कि यादव समाज का बड़ा वर्ग भाजपा का पारंपरिक समर्थक रहा है। इसके बावजूद सत्ता और संगठन में उपेक्षा से समाज स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष ने संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों पर भी असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय इस पद पर बने रहेंगे, तब तक यादव समाज के किसी भी योग्य व्यक्ति को संगठन अथवा सत्ता में उचित स्थान मिलना कठिन प्रतीत होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है मानो यादव समाज के प्रति पूर्वाग्रह बना लिया गया है और जानबूझकर समाज के सक्षम लोगों को अवसरों से दूर रखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगातार यादव समाज के लोग उनसे संपर्क कर अपनी पीड़ा और नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। संख्या और संगठनात्मक मजबूती के बावजूद जब अवसर नहीं मिलते, तो स्वाभाविक रूप से असंतोष उत्पन्न होता है, जो अब व्यक्तिगत न रहकर पूरे प्रदेश के यादव समाज में फैल चुका है।
इन सभी मुद्दों को गंभीरता से उठाते हुए रमेश यदु ने घोषणा की कि वे शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल के साथ छत्तीसगढ़ के प्रभारी एवं भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नवीन नितिन से मुलाकात करेंगे। इस दौरान सत्ता और संगठन में यादव समाज को उसकी जनसंख्या और योगदान के अनुरूप सम्मानजनक प्रतिनिधित्व दिए जाने की मांग रखी जाएगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यादव समाज किसी प्रकार का टकराव नहीं चाहता, बल्कि सम्मान, न्याय और सहभागिता की अपेक्षा करता है। यदि समय रहते समाज की भावनाओं को नहीं समझा गया, तो इसके दूरगामी राजनीतिक और सामाजिक परिणाम हो सकते हैं।
रमेश यदु ने इस विषय पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री एवं छत्तीसगढ़ में किसान मोर्चा के प्रभारी बजरंगी यादव (झारखंड), छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री शिवनाथ यादव एवं गजेंद्र यादव से भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आप जैसे वरिष्ठ नेताओं के रहते हुए भी यदि समाज उपेक्षित है, तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे स्पष्ट होता है कि संगठन में सामाजिक भावनाओं को पर्याप्त महत्व नहीं दिया जा रहा है।




