सुखराम मधुकर ने एक जोड़े युवा युवती का करवाया विवाह संपन्न
पामगढ़ :- विवाह जीवन के महत्त्वपूर्ण संस्कारों में से एक संस्कार हैं। भारत में अधिकांशतया शादियों का आयोजन एक उत्सव के रूप में मोज मस्ती, धूम धडाका, सर्वाधिक मनोरंजन के रूप में लिया जाता हैं। कई बार तो घर में आय का स्त्रोत शुन्य होने पर भी बडे पैमाने पर अलग-अलग रूप में शादी के नाम पर सिर्फ दिखावे हेतु बहुतायत फिजूल खर्ची कि जाती हैं। इस फिजूल खर्च को रोकने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता एवं गुरुघासीदास सेवा समिति ससहा के अध्यक्ष सुखराम मधुकर ने हर माह की भांति इस माह भी एक जोड़े युवा-युवती का विवाह ग्राम ससहा के मेला प्रांगण में सम्पन्न करवाया। वर वधु ने विधिवत पूजा अर्चना कर जय स्तंभ के सात फेरे लगाकर बड़े बुजुर्गों से आशिर्वाद लिया।
मधुकर ने भी वर वधु को आशीर्वाद देते हुए सुखमय जीवन जीने की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर महंत ललित नारंगे, जीवन खन्ना, लीलाराम बघेल, बुधराम मधुकर, जेठूराम जांगड़े, हरिशंकर दिनकर, रामसागर भारद्वाज, सुमन लहरे, पत्रिका लहरे, रामावतार जांगड़े, राजेंद्र कुमार, नंदुराम गेंदले, रेशमलाल गेंदले, पुरीराम गेंदले, कीर्तन लाल सहित समाज के वरिष्ठजन उपस्थित थे।