
पामगढ़ :- ग्राम पंचायत ससहा में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 04/03/25 फाल्गुन शुक्ल पक्ष से मेला प्रारंभ होने जा रहा है करीब 64 वर्ष पूर्व से प्राचीन नाम निडिला नदी अब लीलागर नदी के तट पर विराजे भगवान विष्णु मां लक्ष्मी दर्शन के लिए मेला आयोजित किया जाता है यह मेला स्थल पर आसपास के जातीय बंधुओं द्वारा अपने -अपने आस्था से मंदिर का निर्माण कराया गया है जैसे साहू समाज द्वारा कर्मा मंदिर, कंवर(पैंकरा) समाज द्वारा राम जानकी मंदिर, यादव समाज द्वारा राधा कृष्ण मंदिर, पटेल समाज द्वारा शिव पार्वती, मेला के उत्तर में गुरुघासीदास बाबा की जयस्तंभ, मध्य में चंद्रहासिनी मंदिर विशेष मनोकामना मंदिर है यहां सभी दर्शनार्थी को मत्था टेकने के लिए तांता लगा रहता है। आचार्य श्री राजेंद्र तिवारी द्वारा मां लक्ष्मी विष्णु भगवान का गंगाजल अभिषेक करा नव आभूषण व स्वर्णश्रृंगार कर रात्रि शुक्ल पक्ष में दर्शनार्थी के लिए मंदिर का पट खोल दिया जाता है मेला में मेलार्थी के मनोरंजन के लिए झूला,सर्कस, स्टेज डांस, सिनेमा आदि से अपने आनंद उठाते हैं यह मेला जिला मुख्यालय जांजगीर से 37 कि.मि. दूर दक्षिण दिशा में, बिलासपुर जिला के सीमा में स्थित हैं शहर से दूर होने के कारण अंचल के आसपास के लोग अपने वर्ष भर की निस्तारित के समान जैसे सोना चांदी बर्तन कपड़े आदि वस्तु की खरीदारी कर लेते है यहां व्यापारी का व्यापार खूब चलता है इसलिए यहां व्यापारीगण व्यापार करने के लिए विशेष कर आते है। यह मेला ग्राम ससहा की सरपंच श्रीमति कुसुम उत्तरा साहू एवं ग्राम पंचायत समिति और प्रशासन की विशेष व्यवस्था कर कड़ी निगरानी में रखा गया है उक्त जानकारी भाजपा युवा नेता त्रिशंकु साहू द्वारा दिया गया है।