पहलगाम हमले के खिलाफ घाटी में कार्यरत कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने मौन धरना दिया…

श्रीनगर, 24 अप्रैल 2025। कश्मीर घाटी में तैनात कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के एक समूह ने पहलगाम हमले के खिलाफ बृहस्पतिवार को मौन धरना दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह की हत्याएं स्वीकार्य नहीं हैं।
प्रधानमंत्री पैकेज के तहत रोजगार पाने वाले समुदाय के सदस्यों ने सरकार से उनकी सुरक्षा के बारे में भी विचार करने का आग्रह किया।
मौन प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों में से एक अमित कौल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम, पीएम पैकेज के कर्मचारी, पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरी घाटी से आए हैं। हम यहां हत्याओं की निंदा करने आए हैं। हम कहना चाहते हैं कि ऐसी हत्याएं स्वीकार्य नहीं हैं। हम यहां न्याय मांगने भी आए हैं।’’
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से कश्मीर में स्थिति शांतिपूर्ण थी, लेकिन पहलगाम हत्याकांड ने पूरी घाटी को अशांत कर दिया है।
कौल ने कहा, ‘‘हम कर्मचारी भी परेशान हैं। हम कहना चाहते हैं कि अगर कुछ दिनों के लिए यहां आनंद लेने आए पर्यटक सुरक्षित नहीं हैं, तो यहां काम करने वाले अल्पसंख्यक कर्मचारी कैसे सुरक्षित हैं। यह हमारा मुद्दा है, यह हमारी सुरक्षा का मामला है।’’
कर्मचारियों ने कहा कि वे अपनी सुरक्षा से जुड़े ‘कुछ बिंदुओं पर चर्चा करने के लिए’ श्रीनगर के उपायुक्त और कश्मीर के संभागीय आयुक्त के कार्यालयों तक मार्च करेंगे।
एक अन्य कर्मचारी विकास हांडू ने कहा, ‘‘हम कुछ बिंदुओं को उजागर करना चाहते हैं, जिन्हें हम नियमित रूप से सरकार के संज्ञान में लाते रहे हैं। यह हमारी मांग के साथ-साथ हमारी जरूरत भी है कि हमे सुरक्षा प्रदान की जाए। …सरकार ने इस बारे में क्या सोचा है?’’
भाषा धीरज पवनेश
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