डाइट जांजगीर में जेनेटिक्स पर कार्यशाला सम्पन्न, इस कार्यशाला मे पामगढ़, बलौदा और बम्हनीडीह विकासखण्ड के जीवविज्ञान व्याख्याता हुवे शामिल
पामगढ़ :- दिनांक 13.09.24 को डाइट जांजगीर मे आनुवंशिकी के अभिनव तरीके मेंडेलियन जेनेटिक्स जो कि स्कूल स्तर पर विद्यार्थियों को कठिन लगता है , को सरल तरीके से समझने का अभिनव प्रयास डॉ एम एल सोनार के मार्गदर्शन में व रिसोर्स प्रशिक्षकों के साथ सम्पन हुआ। इस कार्यशाला मे पामगढ़, बलौदा और बम्हनीडीह विकासखण्ड के जीवविज्ञान व्याख्याता शामिल हुए। कार्यशाला में बताया जेनेटिक्स को समझने का आसान तरीका बताया गया। जिसमे बिना गेमीट निर्माण के संततियों की वास्तविक स्थिति को आसानी से बिना चेकरबोर्ड के बनाया जा सकता है। भिन्न भिन्न छः क्रोस के माध्यम से पूरे मेंडेलियन जेनेटिक्स को समझाने का अभिनव प्रयास हुआ l
इस नियम के द्वारा सिकल सेल के वंशागतिकी को समझकर एवम अन्य वंशानुगत अनियमिताओ को साधारण मेंडेलियन आनुवंशिकी के माध्यम से किस प्रकार बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सकते है यह कार्यशाला मे बताया गया। जिसे समझकर शिक्षक स्कूल स्तर पर बच्चों को जागरूक कर स्वस्थ समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकते है ।कार्यशाला में जिले के जीवविज्ञान विषय के व्याख्याता जूली जैन, विक्रांत बर्मन, महेशराम, नीलेश कुमार,रमेशचन्द्र देवांगन व अन्य उपस्थित रहे।
इस प्रशिक्षण को सम्पन कराने में यू के रस्तोगी सहायक प्राध्यापक डाइट, सेवानिवृत व्याख्याता प्रद्युम्म शर्मा, बन्धु स्वर्णकार का महत्वपूर्ण योगदान रहा।