
अमलडीहा के रेत खदान में रात्रि में हो रहा अवैध रेत खनन व परिवहन
पीएम सड़क योजना की सडको पर दौड़ रहे रेत से भरे 70-80 टन के हाईवा
रात के समय रेत खनन-परिवहन की है मनाही, ठेकेदार कर रहे पर्यावरणीय अनुमति का उल्लंघन
अमलडीहा रेत खदान में रेत खुदाई और लोडिंग के दौरान बीते वर्ष हुई थी हेल्पर की मौत
महेंद्र सिंह राय बिलासपुर :- मस्तूरी मुख्यालय अंतर्गत ग्राम पंचायत अमलडीहा मे रात्रि में धड़ल्ले से रेत खनन और परिवहन किया जा रहा है जबकि पर्यावरण विभाग द्वारा रेत घाटों से रात में रेत उत्खनन करने की अनुमति नहीं है, यानी यहां से रात में रेत निकालना ठेकेदार को दी गई पर्यावरणीय अनुमति का उल्लंघन है, इसका उल्लंघन होने पर खनिज विभाग को उसके खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है लेकिन इसके बावजूद अमलडीहा रेत खदान से महानदी का सीना चीरकर भारी मशीनों से रेत निकालकर परिवहन किया जा रहा है।
बताया जा रहा हैं उक्त रेत घाट पर खनिज विभाग इस तरह से मेहरबान हैं कि यहां से निकलने वाले भारी –भारी वाहनों मे ओवर रेत परिवहन हो रहा है पर मजाल यहां गाड़ियों को रोककर उसकी जाँच करें वही सूत्रों कि माने तो कुछ गिने चुने गाड़ीयों में ही बस रायल्टी कटता है बाकी बेरोकटोक धड़ल्ले से 24 घंटे रेत निकाल कर जीवनदायनी शिवनाथ नदी का सीना चिर रहें हैंB योजना के तहत सड़क का निर्माण कराया गया है जिसमे 10 से 12 टन तक के वाहनों के आवागमन होना चाहिए पर इस सड़क कि बर्बादी इस कदर हो रहें हैं कि हर 10 से 20 मिनट मे यहां ट्रेलर और भारी-भारी वाहन 70 से 80 टन गाड़िया इस रोड मे फर्राटे मार रहें! रात में पोकलेन से नदी का सीना चीर कर रेत निकाला जा रहा है।